भाजपा के रामटेक विधानसभा क्षेत्र की कोर कमेटी ने सामूहिक रूप से निर्णय लिया है कि भारतीय जनता पार्टी आगामी सभी चुनाव अपने दम पर लड़ेगी। प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि 18 सितंबर 2022 को हुई भाजपा रामटेक विधानसभा कोर कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया। इसकी जानकारी देने के लिए 9 अक्टूबर 2022 को किराड भवन, रामटेक स्थित भाजपा कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस की गई, इस दौरान पूर्व विधायक और भाजपा नेता डी. मल्लिकार्जुन रेड्डी ने यह जानकारी दी. पार्टी आगामी सभी चुनाव अपने दम पर लड़ेगी।किसी बाहरी नेता को पार्टी का उम्मीदवार बनाने के निर्णय का विरोध किया जाएगा। 2014-19 के दौरान रामटेक विधानसभा क्षेत्र में विधायक, कन्हान और रामटेक नगर पालिकाएं, पारशिवनी नगर पंचायत के उपाध्यक्ष और 12 सदस्य थे। वर्तमान में रामटेक विधानसभा क्षेत्र की 40 प्रतिशत ग्राम पंचायतों में भाजपा समर्थित सरपंच हैं। जिला परिषद के 3 सदस्य और पंचायत समिति में 5 सदस्य भाजपा के हैं।
इस विधानसभा क्षेत्र में भाजपा एक ताकतवर पार्टी है और हम अपने दम पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं। पार्टी संगठन में कार्यकर्ता सक्रिय हैं। हम रामटेक नगर पालिका और आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों को आयात नहीं करेंगे। कई सालों से हमारी पार्टी के लिए काम कर रहे कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को ही मौका मिलेगा.
भारतीय जनता पार्टी सभ्य, नीतिपरक, राष्ट्रीय सेवाभावी और अनुशासित पार्टी है। कुछ नेता रामटेक विधानसभा क्षेत्र के लोगों में भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं। रेड्डी ने कहा कि वे उस भ्रम को दूर कर रहे हैं। जो अन्य दलों में हैं और जो भाजपा की उम्मीदवारी के लिए पार्टी में शामिल होना चाहते हैं, जो अपनी पार्टी से बगावत करते हैं, उन्हे हमारी पार्टी में कोई जगह नहीं। रेड्डी ने इस मौके पर यह भी कहा कि जो लोग कई सालों से पार्टी में हैं और पद भोग रहे हैं.इन नेताओं ने राज्य में अपनी ही पार्टी का अस्तित्व खत्म किया है, उन्हें अपने कर्मों का फल तो निश्चित भुगतना होगा. इस अवसर पर मल्लिकार्जुन रेड्डी ने बताया की रामटेक के मौजूदा बागी,निर्दलीय विधायक को हमारी भारतीय जनता पार्टी में मौका नहीं मिलेगा,बहुत से और लोग भी हमारी पार्टी में रुचि रखते हैं. विधायक को फिर से निर्दलीय के रूप में लड़ना चाहिए,आशीष जायसवाल निर्दलीय विधायक हैं और उन्होंने शिंदे गुट का समर्थन किया है। जायसवाल ने 2019 से 2022 तक ढाई साल राज्य की महाविकास अघाड़ी का समर्थन किया था। प्रेस कान्फ्रेस मे भाजपा के वरिष्ठ नेता सदानंद निमकर, राजेश ठाकरे, विजय हटवार, लक्ष्मण केने, सुंदरलाल ताकोद, आशा पणिकर, वनमाला चौरागड़े, रेखा दुनेदार के साथ भाजपा विधानसभा कोर कमेटी के पदाधिकारी मौजूद थे.जब से शिवसेना शिंदे गुट -भाजपा ने राज्य में सरकार बनाई है, दोनों ने समय-समय पर घोषणा की है कि वे राज्य में आगामी चुनाव गठबंधन से लडेंगे।हालांकि, रामटेक विधानसभा क्षेत्र में इन दोनो के बीच यह संभव नही दिख रहा है। 2019 में, जब शिवसेना भाजपा गठबंधन में थी, तब तत्कालीन विधायक,भाजपा के डी. मल्लिकार्जुन रेड्डी को गठबंधन द्वारा उम्मीदवार बनाया गया था। जायसवाल ने उस चुनाव में बगावत की।उन्होंने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा और जीत गए। इस बार जायसवाल विधायक हैं और उन्होंने राज्य में शिंदे सरकार का समर्थन किया है। यदि भाजपा-शिवसेना शिंदे गुट के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन होता है तो 2024 के आगामी चुनाव में क्या जायसवाल को मिलेगी गठबंधन की उम्मीदवारी? जायसवाल उम्मीदवार बनें उस स्थिती में क्या जायसवाल की तरह बागी होंगे पूर्व विधायक डी मल्लिकार्जुन रेड्डी, ये देखना दिलचस्प होगा
Sunday, November 24, 2024
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