शहर सहित जिलेभर में उत्साह के साथ गोवर्धन पूजा की गई. इस वर्ष खंडग्रास सूर्यग्रहण की वजह से गोवर्धन पूजा व अन्नकूट के कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कुछ लोगों ने दिवाली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा कर ली.
लोगों ने अपने घरों के सामने गाय के गोबर का गोवर्धन बनाकर पूजा-अर्चना की. कई स्थानों पर सामूहिक रूप से गोवर्धन पूजा की गई. ढोल-ताशे एवं आतिशबाजी के बीच बैलजोड़ी को घुमाया गया. मंदिरों में अन्नकूट के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इस वर्ष खंडग्रास सूर्यग्रहण की वजह से लोगों ने गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर को की. 27 अक्टूबर को शहर में भाईदूज मनाया गया. इसके अलावा गोंदिया जिले के सालेकसा तहसील के आमगांव खुर्द में दिवाली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा की गई. यहां के गोवारी समाज बंधुओं द्वारा अपनी हजारों वर्ष पुरानी परंपरा का निर्वहन किया गया. प्रत्येक गांव में कार्तिक शुक्ल पक्ष की पड़वा के दिन गोवर्धन की पूजा की जाती है. इस दिन घरों के मवेशियों को मीठा खिलाकर उनकी पूजा की जाती है. उन्हें गांव में घुमाया जाता है.
Saturday, November 23, 2024
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