पुरुष प्रधान संस्कृति में बेटे के जन्म पर विविध कार्यक्रम आयोजित कर जितनी खुशी व्यक्त की जाती है उतना उत्साह बेटी के जन्म पर नजर नहीं आता। आज भी समाज में कई ऐसे लोग है जो बेटी के जन्म पर निराश होते हैं। इसी मानसिकता के चलते प्रतिवर्ष लाखो नवजात बेटियों को जन्म से पूर्व ही गर्भपात करवाकर दुनिया में आने से रोक दिया जाता है। इसलिए दिनों दिन कल्या जन्मदर में कमी होती जा रही है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए देवरी नगर पंचायत ने एक सामाजिक क्रांति के साथ समाज प्रबोधन के लिए नपं मुख्याधिकारी अजय पाटनकर ने पंचायत सदस्यों को सर्वानुमति सेबेटी के जन्म का स्वागत का स्तुत्य उपक्रम शुरू किया है। इस उपक्रम के तहत नगर पंचायत देवरी द्वारा बेटी का जन्म होने पर 1 हजार रुपए एफडी के रूप में जमा कर माता पिता को बांड दिए जाने का निर्णय लिया गया है। जो निश्चित अवधि के बाद उस बच्ची के काम में आएंगे। इस उपक्रम से बेटियों की जन्मदर बढ़ाने में निश्चित रूप से मदद मिलेगी। अजय पाटनकर, नपं मुख्याधिकारी, देवरी, का कहना हैं कि, समाज में बेटी को उच्च स्थान मिले एवं उनकी जन्म दर में बढ़ोतरी करने के उद्देश्य से नगर पंचायत ने सर्वसम्मति से यह उपक्रम शुरू करने का निर्णय लिया है। इससे समाज में निश्चित ही जागरुकता निर्माण होगी एवं शहर में कन्या जन्मदर में बढ़ोतरी होने में भी सहायता मिलेगी।
Sunday, November 24, 2024
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