बुधवार को शहर में तिथि अनुसार शिवराज्याभिषेक जयंती मनाई गई। कोरोना के साए के कारण इस वर्ष भी जयंती बड़ी ही सादगी से मनाई गई।भारत के इतिहास में शूरवीरों की चर्चा, छत्रपति शिवाजी महाराज के बिना अधूरी है। मुगलों को नाकों चने चबवाने और भारत के इतिहास को गौरवशाली बनाने में शिवाजी महाराज का योगदान अविस्मरणीय है। वैसे तो हर वर्ष शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक दिन ६ जून को मनाया जाता है लेकिन कुछ लोग तिथि अनुसार भी शिव राज्याभिषेक जयंती मानते है। इसी के चलते बुधवार को शहर में शिवराज्याभिषेक जयंती मनाई गई। हलाकि कोरोना के प्रकोप के चलते इस वर्ष भी शिवराज्याभिषेक जयंती सादगी से मनाई गई। इस संबंध में राजे BUDHEJI भोसले ने अधिक जानकारी साँझा की।
इस दौरान पुलिस उपायुक्त लोहित मतानी उपस्थित थे। उन्होंने इस अवसर पर सभी को शिवराजयभिषेक की शुभकामनयें दी। साथ ही आशा व्यक्त की अगले वर्ष शिवराजयभिषेक जयंती हर्षोउल्लास के साथ मनाई जाएगी। बता दें कि हिंदू हृदय सम्राट और मराठा साम्राज्य के महान शासक छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक 1674 में ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को हुआ था.