शहर के मारोती वार्ड क्र ०२ में बच्चो के खेलने के साथ जेष्ठ नागरिकों के मनोरंजन के लिए पालिका ने बालोद्यान बनाया। लेकीन पालिका प्रशासन ने इसके रखरखाव के लिए कुछ भी व्यवस्था नहीं किए जाने से इस बालोद्यान में गंदगी का साम्राज्य हो गया है।
अब्दुल्ला नगर के करीब मारोती वार्ड का बालोद्यान बच्चो के साथ बुजुर्ग के लिए समय गुजारने के लिए उपयुक्त था। कुछ साल के उपरांत इस बालोद्यान में मारोती मंदिर और आंगनवाडी भी शुरू की गई।
लेकीन पालिका प्रशासन ने इसके रखरखाव की और ध्यान देने की जरूरत महसूस नहीं की। पालिका प्रशासन के इस अक्षम्य दुर्लक्ष से बालोद्यान में कचरे के ढेर के साथ गंदगी का आलम छा गया है। जहा लोग स्वच्छ हवा और सेहत को संवारने जाते हो, वहीं स्वच्छ हवा और सेहत को बनाने का वातावरण होने के विपरीत गंदगी और सेहत को नुकसान पहुंचाने का वातावरण बन गया है। यहां साफसफाई तो कभी होती ही नहीं। बालोद्यान को सुशोभित करने का भी ख्याल पालिका प्रशासन को आया नहीं। ऐसे रामभरोसे छोड़े इस बालोद्यान में कचरे ढेर और गंदगी होने के बावजूद काफी बडी खाली जगह है। जहा बच्चे लोग उछलकूद करते है और बुजुर्ग लोग चहलकदमी करके राहत पाते है।