पवनी/देवलापार।
9 सितंबर को नागपुर के विभागीय वन अधिकारी (दक्षता) पी.जी.कोडापे, रामटेक के सहाय्यक वनसंरक्षक एस.बी.गिरी के नेतृत्व में एस.टी.एफ की टीम आरोपीयों के गाव गोंडी सीतापार पहुची। टीम में देवलापार के वनपरिक्षेत्र अधिकारी परिहार राउंड ऑफिसर आंबुडारे, वनरक्षक धुर्वे तथा वन अधिकारी उपस्थित थे। आरोपीयों की तलाशी लेने पर कमलसिंग भलावी के पास वाघ का एक नाखून तथा राजकुमार मरकाम के पास तीन हड्डीयां मिली। आरोपी राजकुमार मरकाम के पास मिली हड्डीयो मे से एक पत्नी के पास तथा दो ताबीज बना कर कमर मे पहनी हुई मिली। राजकुमार मूलतः ( कोहका) मध्यप्रदेश का रहने वाला है। फिलहाल व ह गोंडी सीतापार मे रहता था। दोनो आरोपियों के खिलाफ प्रा.गु.री. क्र.47033/ 118311 दाखील कर उन्हे वनपरिक्षेत्र कार्यालय देवलापार में हिरासत में रखा गया है।
उल्लेखनीय है की 24 अगस्त को बाघ हत्या केस में महाराष्ट्र मध्य प्रदेश सीमापर बालचंद वरकडे (गोंडी सीतापार) इसे गिरफ्तार किया गया था। उसके पास से 8.9 किलो हड्डी बरामद की गई थी। पडोस के गाव पिंडकापार में भी दो अपराधियों को पकडा गया था जिनके पास से हिरण के सिंग तथा बंदुके मिली थी। तभी से इस केस मे अनेक लोगों की सहभागिता के कयास लगाये जा रहे थे।