पीएलआई से मैन्युफैक्चरिंग उद्योग को मिलेगा लाभ

भारत को पूरी दुनिया में सेवा उद्योग के हब के तौर पर जाना जाता है. हाल के कुछ महीनों से देश का मैन्युफैक्चरिंग उद्योग विकास कर रहा है. यही कारण है कि सितंबर में देश के वस्तु निर्यात में सुधार हुआ है. देश के ग्रास वैल्यू एडेड में मैन्युफैक्चरिंग उद्योग का 28 प्रतिशत योगदान है. बाजार के जानकारों का कहना है कि मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े कई सेक्टर ऐसे हैं जो आने वाले वर्षों में तेजी से विकास कर सकते हैं. इनमें आटोमोबाइल, डिफेंस यानी रक्षा, खनन, कैपिटल गुड्स, रेलवे, कपड़ा, केमिकल, पेट्रोलियम और गैस जैसे क्षेत्र शामिल हैं.
इन क्षेत्रों में तेजी का लाभ उठाने के लिए निवेशक थीम आधारित म्यूचुअल फंड के जरिये निवेश कर सकते हैं. मैन्युफैक्चरिंग थीम पर आधारित फंडों में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ने पिछले कुछ वर्षों में बेहद शानदार रिटर्न दिया है. डाटा के अनुसार, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मैन्युफैक्चरिंग फंड ने एक, तीन और पांच साल के आधार पर क्रमशः 35.3 फीसदी, 34.7फीसदी और 19.7 फीसदी का रिटर्न दिया है. यह एसएंडपी बीएसई इंडिया मैन्युफैक्चरिंग टीआरआई के 2.6 से 9.6 प्रतिशत रिटर्न से ज्यादा बेहतर है. ये रिटर्न सभी कैटेगरी के इक्विटी फंडों में सबसे अच्छे हैं. पिछले पांच वर्षों में एसआईपी रिटर्न (एक्सआईआरआर) में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मैन्युफैक्चरिंग फंड ने 25.3 फीसदी का मजबूत रिटर्न दिया है.
रिटर्न में निरंतरता भी इस फंड के पक्ष में है. पिछले पांच वर्षों के दौरान तीन-वर्षीय रोलिंग रिटर्न लेने से इसकी पुष्टि भी हो जाती है. अक्तूबर 2018 से अक्तूबर 2023 तक लगातार तीन साल के आधार पर आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मैन्युफैक्चरिंग फंड ने 24.6 फीसदी का औसत रिटर्न दिया है. इसके अलावा, तीन साल के रोलिंग आधार पर लगभग 93.1 फीसदी बार 18 फीसदी से अधिक रिटर्न दिया है, इस फंड की स्थिरता को दर्शाता है.
यह फंड निवेश के साथ मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के एक क्रॉस-सेक्शन में निवेश कर रहा है. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मैन्युफैक्चरिंग फंड निवेश के मिले जुले तरीके अपनाता है जिसमें वैल्यू और ग्रोथ दोनों स्टाइल का समावेश होता है. यह फंड सभी तरह के बाज़ार पूंजीकरणों अर्थात लार्ज, मिड और स्मॉल कैप में निवेश कर अपने पोर्टफोलियो निर्माण के लिए मल्टी-कैप अप्रोच अपनाता है. बेहतरीन परिणामों के लिए टॉप-डाउन और बॉटम-अप स्टॉक चयन पद्धति का मिला जुला अप्रोच चुना जाता है. वर्तमान में फंड बेंचमार्क इंडेक्स की तुलना में ऑटो एन्सिलरी, कैपिटल गुड्स और सीमेंट पर अधिक फोकस कर रहा है.

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