नागपुर।(नामेस)। नंदनवन थाने के अंतर्गत ओल्ड बगड़गंज इलाके में 18 दिसंबर को 11 वर्षीय लड़के बॉबी उर्फ हर्षवर्धन दोईफोडे की मौत हो गई थी. हालांकि उस समय तो पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर जांच प्रक्रिया प्रारंभ कर दी थी. लेकिन बाद में जांच के दौरान यह खुलासा हुआ है कि बॉबी की मौत खराब सेहत के चलते नहीं बल्कि अमानवीय पिटाई की वजह से हुई है. पुलिस ने इस मामले में इलाके में रहने वाले दो युवकों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी श्रेयश अनिल मेश्राम (20) और सौरभ अविनाश वैरागड़े (21) हैं. श्रेयश 12वीं पास है और सौरभ बी.कॉम की पढ़ाई कर रहा है. इलाके का एक युवक जानबूझकर बॉबी को परेशान कर रहा था, श्रेयश और सौरभ भी इसमें शामिल हुआ। 16 दिसंबर को किसी कारण से बॉबी और दो आरोपियों के बीच कहासुनी हो गई और दोनों नाराज़ हो गए. बॉबी अपनी 6 साल की बहन डॉल उर्फ स्वरा के साथ परिसर में खेल रहा था. इसी दौरान दोनों आरोपी उसे मोटरसाइकिल पर उठाकर ले गए और नागांडी पुल के पास सुनसान जगह पर पहुंचे। यहां दोनों ने बॉबी को बहुत बेरहमी से पीटा. पीटने के बाद आरोपियों ने माता-पिता को मामले की जानकारी देने पर जान से मारने की धमकी दी. बॉबी भी ज़ख़्मी अवस्था में किसी तरह घर आया और उसने साफ घटनाक्रम की जानकारी दी. उसे इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. प्राथमिक इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी गई. हालांकि 18 दिसंबर की रात को बॉबी अचानक बीमार पड़ गया और तबियत काफी बिगडने के बाद उसकी मौत हो गई. परिजनों ने श्रेयश और सौरभ पर हत्या का आरोप लगाया।
आरोपी 28 दिसंबर पुलिस हिरासत मे
पुलिस ने आकस्मिक मौत की जांच शुरू कर दी है. मौत के कारणों का पता लगाने के लिए डॉक्टर को प्रारंभिक पोस्ट मार्टम रिपोर्ट देने को कहा गया. पुलिस ने शनिवार को श्रेयश और सौरभ पर हत्या के आरोप लगते हुए दोनों को गिरफ्तार कियाहै. रविवार को दोनों को कोर्ट में पेश किया गया. अदालत ने उन्हें 28 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है.