मुंबई। (एजेंसी)। महाराष्ट्र में कोरोना संबंधी सभी प्रतिबंध दो अप्रैल से खत्म हो जाएंगे। अब मास्क लगाना भी जरूरी नहीं होगा। राज्य में कोरोना के मामले लगभग थम गए हैं। राज्य सरकार ने बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य में आपदा प्रबंधन से जुड़े नियम लगाए थे। धारा 144 को हटा लिया गया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मास्क पहनना भी अब स्वैच्छिक होगा। गुरुवार को हुई कैबिनेट की बैठक में ये फैसला लिया गया। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने संवाददाताओं को बताया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया। टोपे ने कहा कि गुढ़ी पाड़वा (मराठी नव वर्ष जो इस बार 2 अप्रैल को पड़ रहा है) से महामारी रोग अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत सभी कोविड-19 संबंधित प्रतिबंध वापस ले लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 2 अप्रैल से फेस मास्क पहनना स्वैच्छिक होगा। एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने ट्वीट कर कहा कि धारा 144 हटाए जाने के बाद गुढ़ी पाड़वा उत्सव, रमजान और बाबासाहेब की शोभायात्रा जोरदार तरीके से मनाएं. बता दें कि देश के दूसरे राज्यों की तरह अब महाराष्ट्र में भी कोरोना के मामले काफी कम हो गए हैं. राज्य में संक्रमण के मामलों पर काफी मद तक काबू पा लिया गया है. यही वजह है कि सरकार सभी कोरोना नियमों को हटाने पर विचार कर रही थी. अब सरकार ने धारा 144 हटा दी है. खास बात ये है कि राज्य में अब मास्क लगाना भी वैकल्पिक हो गया है.
सभी कोरोना प्रतिबंधों से मिली छूट
महाराष्ट्र सरकार ने 2 अप्रैल से राज्य में सभी कोरोना प्रतिबंध हटा दिए हैं. सार्वजनिक जगहों पर मास्क का उपयोग अनिवार्य नहीं है. यह अब वैकल्पिक होगा. सीएम उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया है. महाराष्ट्र में कोरोना के केस बढ़ने के बाद आपदा प्रबंधन से जुड़े नियम लागू किए गए थे. अब संक्रणम काबू में होने के बाद सरकार को कोरोना प्रतिबंधों की कोई जरूरत महसूस नहीं हो रही है. यही वजह है कि सभी प्रतिबंधों से लोगों को छूट दे दी गई है. पहले ही काफी हद तक प्रतिबंध हटाए जा चुके थे. स्कूल, थिएटर्स, मॉल्स, रेस्टोरेंट्स, पार्क, आॅफिस खोल दिए गए थे. वहीं रोजमर्रे का कामकाज भी पटरी पर आना शुरू हो गया है.
अब मास्क लगाना भी वैकल्पिक
फिलहाल जो भी प्रतिबंध लागू थे, उन्हें भी हटा दिया गया है. अब लोग पहले की तरह जिंदगी जी सकेंगे. हालांकि पहले महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा था कि, ‘अन्य देशों में चौथी लहर आने की वजह से मास्क हटाने की बात फिलहाल हम अभी नहीं कर सकते. इसलिए कोरोना टास्क फोर्स की बैठक के बाद प्रतिबंध हटाने से जुड़े फैसले किए जाएंगे, लेकिन फिलहाल मास्क मुक्ति का विचार नहीं है. मास्क लगाना जनता के हित में ही है.’ राजेश टोपे के बयान से कयास लगाए जा रहे थे कि मास्क से राहत नहीं दी जाएगी. लेकिन सरकार ने सभी के चौंकाते हुए मास्क से भी छूट दे दी है. बता दें कि महाराष्ट्र ने पिछले 24 घंटों में संक्रमण के 183 नए मामले सामने आए हैं. वहीं सिर्फ 1 मरीज की जान गई है. राहत भरी बात ये है कि एक दिन में 219 मरीज कोरोना से ठीक हुए हैं. राज्य में कोरोना संक्रमण के कुल 902 सक्रिय केस हैं.
महाराष्ट्र में 70% डबल डोज वैक्सीनेशन
महाराष्ट्र में अब तक 14 जिलों के 70 प्रतिशत लोगों को ही वैक्सीन की दोनों डोज दी गई है, जबकि 90 प्रतिशत लोगों को कोरोना वैक्सीन की एक डोज लगी है। इन आंकड़ों को देखते हुए सरकार अब नागरिकों पर लगाये गए कोरोना प्रतिबंधों में ढील दे दी है।
ये नियम रहेंगे शुरू
कोरोना महामारी को देखते हुए एपिडेमिक एक्ट 1897 के तहत दवाओं के दाम निर्धारित करने और अस्पतालों में तय कीमतों पर इलाज जैसे नियमों को लागू किया गया था। यह नियम आने वाले दिनों में भी लागू रहेंगे। स्टेट एग्जीक्यूटिव कमेटी के सदस्यों ने कहा कि भले ही कोरोना के मामले घटने की वजह से कोरोना सबंधी प्रतिबंधों में ढील दी जा रही है लेकिन मामलों में बढ़ोतरी देखी जाएगी तो यह प्रतिबंध फिर से लागू किये जायेंगे।