कारंजा(घाडगे)।
कारंजा शहर के पंचायत समिती चौक में जिल्हा मध्यवर्ती को ऑपरेटिव बैंक परिसर में खुलेआम मेन रोड पर ताड़पत्री के आड में अवैध तरीके से जुवा, शराब, सट्टा, गांजा आसानी से मुहैया कराई जाती है। आये दिन यहाँ अवैध धंदो का अड्डा बन गया है। यहाँ रात दिन लाखो के दाव अंदर बाहर किये जा रहे है। इसपर कोई रोकथाम नहीं है। बिना किसी डर के यह सब चल रहा है। स्थानिक पुलिस प्रशासन को आखिर यह दिखाई क्यों नहीं देता ? क्या बात है की आखिर इसपर मेहेर नजर की जा रही है। सोचने वाली बात यह है की पंचायत समिति चौक से पुलिस स्टेशन का फैसला महज पांच मिनिट की दुरी पर है। पुलिस थाने में आने जाने के लिए यह एक ही रास्ता है। यहाँ से थानेदार से लेकर हर पुलिस कर्मी दिनभर आना जाना करते है। फिर भी उन्हें यह नजर कैसे नहीं आता ? आखिर इसजगह पर ऐसी कोनसी जादू है यहाँ से जाने पर दॄष्टि काम नहीं करती? यहाँ नशे से जुडी हर प्रकार की शराब आसानी से मुहैया कराई जाती है साथ ही बड़े बड़े जुए के दाव खेले जाते है। व्हाइट कॉलर लोग भी यहाँ दाव लगाकर किस्मत आजमाते है। यह सब खुलेआम चल रहा है। ऐसे में नाम के लिए नाकाबंदी किस काम की ? नाका बंदी के बाद शराब शहर और तालुका में आती कैसे है। क्या थानेदार दारासिंग राजपूत कारंजा शहर में भरे बस्ती में आखो के सामने खुलेआम चल रहे अवैध जुवा, शराब, सट्टा, गांजा के धंदे बंद नहीं करवायेंगे ऐसी चर्चा नागरिक कर रहे है।