नागपुर। (नामेस)।
पांचपावली पुलिस थाना अंतर्गत मंजूश्री सहकारी पतसंस्था लालगंज के पदाधिकारियों ने मिलकर निवेशकों को करीब 70 लाख रुपये का चूना लगा दिया और संस्था को बंद कर ताला लगा दिया। निवेशकों ने इसकी शिकायत पुलिस से की और हाईकोर्ट में भी एक याचिका डाली। हाईकोर्ट के दखल के बाद पुलिस ने 6 पदाधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है, जिसमें चार आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है और आगे की जांच कर रही है।
लालगंज राउत चौक पर मंजूश्री सहकारी पतसंस्था का कार्यालय है। यह संस्था 1 अक्तूबर 2014 से काम कर रही है। इस संस्था के एजेंट लोगों के घर-घर जाकर दैनिक आरडी का कलेक्शन करते थे। इस तरह करीब 500 खाताधारकों ने करीब 70 लाख रुपए इस संस्था में जमा करवाये थे।
आरोप है कि इस संस्था के पूर्व अध्यक्ष विनोद कुंभारे, भाऊराव पौनीकर, उपाध्यक्ष टीना मोहड़ीकर, मैनेजर वामन मोहड़ीकर, अकाउंटेंट दुर्गा धार्मिक और कैशियर प्रवीण सुनखाए ने मिलकर खाताधारकों की जमा राशि वापस नहीं की और इस संस्था को ही बंद कर दिया। इसके बाद सभी गायब हो गए।
इसकी शिकायत फरियादी सुनील पाटिल इंदोरा आंबेडकर नगर निवासी ने पुलिस से की थी। साथ ही हाईकोर्ट में भी एक याचिका दाखिल की थी। हाईकोर्ट के आदेश के बाद पांचपावली पुलिस थाने में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए गए थे।
पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी व एम पी आई डी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में विनोद कुंभारे, भाऊराव पौनीकर, वामन मोहड़ीकर और प्रवीण सुनखाए का समावेश है।