राज्य के नासिक जिले में कुपोषित बच्चों के आंकड़े चिंताजनक हैं। वर्तमान में जिले में 423 बच्चे गंभीर कुपोषित हैं जबकि 2 हजार 174 बच्चे मध्यम कुपोषित समूह में हैं। कुपोषित बच्चों की कुल संख्या 2500 से अधिक है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती पवार ने अफसोस जताते हुए कहा कि यह स्थिति चिंता बढ़ा रही है। भारती पवार ने कुपोषण दूर करने के लिए प्रशासन को निर्देश दिया है। पवार ने कहा कि खासकर पेठ, सुरगाणा और इगतपुरी आदिवासी तालुकाओं में बच्चों में कुपोषण की दर अधिक है। जिले को कुपोषण से मुक्त करने के लिए स्वास्थ्य व्यवस्था तेजी से काम करें। उन्होंने कृषि योजनाओं की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा, कृषि विकास योजना के माध्यम से विभिन्न योजनाएं क्रियान्वित की जाती हैं। पिछले वित्तीय वर्ष में 11 करोड़ रुपये मिले थे। इस योजना का लाभ 1 हजार 277 लाभार्थियों तक पहुंचा है। इस वर्ष 7 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं तथा अब तक 18 लाभार्थियों को लाभ दिया जा चुका है।कृषि यांत्रिकीकरण के लिए विभिन्न कृषि यंत्रों की खरीद के लिए 15 करोड़ की धनराशि वितरित की गई है तथा 3 हजार लाभार्थियों को कृषि हेतु इसका लाभ मिला है। अब तक 23 लाख का कार्य हो चुका है, पिछले वित्तीय वर्ष में 368 लाभार्थी तथा इस वर्ष 107 लाभार्थी लाभान्वित हुए हैं। 25 करोड़ की धनराशि वितरित की प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के माध्यम से अब तक 25 करोड़ की धनराशि वितरित की जा चुकी है तथा 6 हजार लाभार्थी लाभान्वित हुए हैं। मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के माध्यम से कृषि की बनावट में सुधार के लिए मिट्टी का परीक्षण किया जाता है। पिछले वर्ष 36 हजार 569 कार्ड वितरित किए गए थे, इस वर्ष यह संख्या 38 हजार 150 है, जिसमें से 35 हजार 800 कार्ड वितरित किए जा चुके हैं। किसानों ने योजना का लाभ उठाना चाहिए पवार ने अपील की कि अधिक से अधिक किसानों को अपने खेतों की मिट्टी का परीक्षण कराकर भूमि की उत्पादकता बढ़ाने के लिए इस योजना का लाभ उठाना चाहिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री रोजगार योजना के हितग्राहियों को भारती पवार और सांसद हेमंत गोडसे के हाथों चार पिंक वैन वितरित की गई। इस अवसर पर कलेक्टर जलज शर्मा, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशिमा मित्तल उपस्थित थे।
Sunday, November 24, 2024
Offcanvas menu