नागपुर।(नामेस)।
नागपुर पुलिस ने नन्दनवन थाना क्षेत्र के न्यू नंदनवन निवासी 78 वर्षीय सेवानिवृत्त मेडिकल अधिकारी देवकी जीवनदास बोबडे के हत्याकांड का पर्दाफाश किया है. देवकी बोबडे की हत्या और किसी ने नहीं बल्कि उनकी ही बेटी के 22 वर्षीय पुत्र मितेश संजय पाचभाई ने की थी. पुलिस ने आरोपी मितेश को गिरफ्तार किया है और आगे की जांच कर रही है. नानी की हत्या आरोपी मितेश ने पैसों के लिए की थी. जिसके बाद पुलिस अब इस मामले में गहनता से जांच पड़ताल कर रही है. नंदनवन थाना क्षेत्र के न्यू नंदनवन में बीते शनिवार को हुई हाई प्रोफाइल हत्याकांड का पर्दाफाश जल्दी नहीं होने से नागपुर पुलिस का सिर दर्द बढ़ गया था. पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, शहर पुलिस आयुक्त अस्वती दोरजे, अप्पर पुलिस आयुक्त (क्राइम) सुनील फुलारी, डीसीपी (क्राइम) चिन्मय पंडित ,जोन 4 के डीसीपी नुरुल हसन सहित क्राइम ब्रांच की अलग-अलग टीमें और नंदनवन पुलिस थाने का डीबी स्क्वाड इस हत्याकांड की जांच में जुटे हुए थे लेकिन कोई सुराग नहीं मिल रहा था. स्वयं पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने नंदनवन थाना पहुंचकर इस हत्याकांड की जांच के बारे में पुलिस अधिकारियों से बीती रात गहन चर्चा की थी। इन तमाम पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की मेहनत के कारण कल देर रात इस हत्याकांड का पर्दाफाश हो गया.जिस तरह से वृद्ध देवकी बोबडे की हत्या हुई थी उससे शक की पहली सुई घर के ही किसी सदस्य पर आकर टिक गई थी. क्योंकि इस हत्याकांड के बाद घर से कोई भी कीमती सामान चोरी नहीं हुआ था. शक के आधार पर ही पुलिस ने आरोपी मितेश से पूछताछ की तो उसने अपनी नानी की हत्या करने के बात कबूल कर ली.
नागपुर पुलिस ने नन्दनवन थाना क्षेत्र के न्यू नंदनवन निवासी 78 वर्षीय सेवानिवृत्त मेडिकल अधिकारी देवकी जीवनदास बोबडे के हत्याकांड का पर्दाफाश किया है. देवकी बोबडे की हत्या और किसी ने नहीं बल्कि उनकी ही बेटी के 22 वर्षीय पुत्र मितेश संजय पाचभाई ने की थी. पुलिस ने आरोपी मितेश को गिरफ्तार किया है और आगे की जांच कर रही है. नानी की हत्या आरोपी मितेश ने पैसों के लिए की थी. जिसके बाद पुलिस अब इस मामले में गहनता से जांच पड़ताल कर रही है. नंदनवन थाना क्षेत्र के न्यू नंदनवन में बीते शनिवार को हुई हाई प्रोफाइल हत्याकांड का पर्दाफाश जल्दी नहीं होने से नागपुर पुलिस का सिर दर्द बढ़ गया था. पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, शहर पुलिस आयुक्त अस्वती दोरजे, अप्पर पुलिस आयुक्त (क्राइम) सुनील फुलारी, डीसीपी (क्राइम) चिन्मय पंडित ,जोन 4 के डीसीपी नुरुल हसन सहित क्राइम ब्रांच की अलग-अलग टीमें और नंदनवन पुलिस थाने का डीबी स्क्वाड इस हत्याकांड की जांच में जुटे हुए थे लेकिन कोई सुराग नहीं मिल रहा था. स्वयं पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने नंदनवन थाना पहुंचकर इस हत्याकांड की जांच के बारे में पुलिस अधिकारियों से बीती रात गहन चर्चा की थी। इन तमाम पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की मेहनत के कारण कल देर रात इस हत्याकांड का पर्दाफाश हो गया.जिस तरह से वृद्ध देवकी बोबडे की हत्या हुई थी उससे शक की पहली सुई घर के ही किसी सदस्य पर आकर टिक गई थी. क्योंकि इस हत्याकांड के बाद घर से कोई भी कीमती सामान चोरी नहीं हुआ था. शक के आधार पर ही पुलिस ने आरोपी मितेश से पूछताछ की तो उसने अपनी नानी की हत्या करने के बात कबूल कर ली.
अमेरिका जाना चाहता था नाती
मितेश पाचभाई पढ़ाई के लिए अमेरिका के इंडियाना यूनिवर्सिटी में जाना चाहता था और इसके लिए उसने वहां दाखिला भी ले लिया था. परंतु इसके लिए उसे एक करोड रुपए लग रहे थे. 40 लाख का इंतजाम उसके माता-पिता ने कर लिया था. शेष बचे 60 लाख रुपयों के लिए लोन निकालने वाला था परंतु लोन के लिए भी उसे कोई फिक्स डिपाजिट गारंटी के रूप में लग रही थी लिहाजा इसके बारे में उसने अपनी नानी देवकी बोबड़े से बात की थी.