नागपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक राकेश ओला ने कोविड संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कुछ सख्त कदम उठाए हैं. अन्य जिलों से नागपुर जिले में आने वाले नागरिकों के लिए कोविड संक्रमित नहीं होने का प्रमाणपत्र दिखाना अनिवार्य किया है.
दवाइयों और जीवनावश्यक वस्तुएं लाने ले जाने वालों के अलावा अन्य सभी लोगों के लिए पहले कोविड निगेटिव रिपोर्ट दिखाओ, फिर हमारे जिले में आओ कहा जा रहा है. नागपुर शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में अस्पताल और स्वास्थ्य संबंधी उपाययोजना कम पड़ रही है. इसलिए ग्रामीण क्षेत्र के संक्रमित बड़े पैमाने पर उपचार के लिए नागपुर शहर में पहुंच रहे हैं.
नतीजे में स्वास्थ्य प्रणाली पर तनाव बढ़ गया है इसलिए नागपुर जिले की सभी सीमाओं को सील किया गया है. जिले को जोड़ने वाले हर रास्ते पर पुलिस ने नाकाबंदी की है. अन्य जिले के किसी भी व्यक्ति (सार्वजनिक यात्री सेवा का अपवाद छोड़कर) को कोविड निगेटिव प्रमाणपत्र दिखाना अनिवार्य किया गया है. जिसके पास प्रमाणपत्र नहीं है, उन्हें जिले की सीमा से ही वापस लौटाया जा रहा है. देवलापार और केलवद के बाद नागपुर से सटे मध्यप्रदेश के जिलों सिवनी और छिंदवाड़ा की सीमाओं पर सख्त नाकाबंदी की गई है. इसके अलावा पिछले महीनेभर में नियमों का उल्लंघन करने वाले, मास्क नहीं पहनने वाले 13 हजार 251 नागरिकों पर कार्रवाई की गई है. 5 मंगल कार्यालयों और 20 होटलों पर भी कार्रवाई की गई है.