पुलिस के मुताबिक, सावनेर के करिबी मंगासा गांव के रूपेश छत्रपाल रहाटे और रजत रामराव रहाटे दोनों दोपहर 2 बजे के बीच 2 लाख 70 हजार रुपये लेकर स्थानीय स्टेट बैंक सावनेर आए थे और एक मोपेड के हैंडल पर रुपयों से भरा बैग था. जैसे ही वे अपने गाडीसे उतरे, उन्होंने देखा कि किसी ने उन पर कुछ फेंका है और उनके हाथ-गर्दन खुजाने लगी हैं। जैसेही उक्त गंदगी साफ करने हेतू उनका ध्यान हटा उतने ही देर मे चोरों ने पैसे से भरा बैग उडा लिया।
रूपेश और रजत को लुटनेवाले चोरोका समाचार लिखे जाने तक पुलिस को उसका पता नहीं चला, लेकिन कुछ मुख्य सड़कों पर सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पता चला कि वह बस स्टँडकी ओर भाग रहा है। घटनाकी जानकारी सावनेर ठाणेदार मारुती मुळूक को प्राप्त होते ही पूरे पुलिस बल को चोर को खोजने का आदेश देकर जगह जगह खोजबीन की किंतू चोरोका कही पता नही चला.ठाणेदार मारुति मुलुक के मार्गदर्शन में पुलिस उपनिरीक्षक दीपक करांडे, पुलिस कांस्टेबल प्रकाश खोके, नीलेश तायड़े, दिनेश घाडगे और अपराध शाखा के अन्य अधिकारी आगे की जांच कर रहे हैं।
बैंक परिसर में सुरक्षा कैमरों और पार्किंग की कमी
स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और शहर के अन्य बैंक परिसरों में बैंक आने वाले ग्राहकों के लिए पार्किंग की सुविधा नहीं है। पुलिस विभाग और स्थानीय प्रशासन से बैंक प्रबंधन को कई बार संज्ञान के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है। स्टंट बैंक का टिप्पणी के लिए प्रबंधक से संपर्क नहीं होसका।तो वही उक्त लुटपाट की घटना स्टेट बँक के बाहर होणेसे वो हमारी जबाबदेही नही ऐसा कह बँक व्यवस्थापन घटनासे अपना पल्ला झाडते नजर आने की बात कही जा रही है