शिवसेना, एनसीपी में फूट और शिंदे-फडणवीस-पवार सरकार के स्थिर होने के बीच में भारतीय जनता पार्टी ने आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। बीजेपी ने इंटरनल सर्वे कराया है और उसके आधार पर रिपोर्ट तैयार की है। इससे बीजेपी के कई सांसदों और विधायकों की चिंता बढ़ गई है। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ऐसे दो-तीन सर्वे और कराने जा रही है। अगर खराब प्रदर्शन करने वाले विधायक-सांसद नहीं सुधरे तो इस बात की पूरी संभावना है कि उनका टिकट कट जाएगा। बीजेपी की बैठक में क्या हुआ? शुक्रवार को गरवारे क्लब में बीजेपी विधान सभा विधायकों, विधान परिषद सदस्यों, लोकसभा सांसदों, राज्यसभा सांसदों की रीजनवार बैठक हुई। सुबह से शुरू हुआ बैठकों का दौर देर रात तक जारी रहा। बैठक में राष्ट्रीय सहसंगठन मंत्री शिव प्रकाश, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले उपस्थित थे। इस मौके पर सभी विधायकों और सांसदों को एक सीलबंद लिफाफा दिया गया। उनसे इसे खोलने को कहा गया। इस लिफाफे में सांसदों, विधायकों की उनके क्षेत्र में लोकप्रियता, सोशल मीडिया पर उनकी सक्रियता, उनकी ओर से किए गए विकास कार्य, प्रचार आदि की जानकारी थी।आखिर सांसदों, विधायकों को क्या सलाह है?
सर्वे में 50 से कम अंक पाने वाले विधायकों, सांसदों को प्रदर्शन में सुधार लाने का निर्देश दिया गया। 50 से अधिक अंक वाले जन प्रतिनिधियों को अधिक सक्रिय रहने को कहा गया। 60 से अधिक अंक पाने वाले सांसदों और विधायकों को अपना प्रदर्शन बरकरार रखने की सलाह दी गई। कितने विधायकों, सांसदों का प्रदर्शन खराब? राज्य में बीजेपी के कुल 23 लोकसभा सांसद हैं। 5 से 7 सांसदों का प्रदर्शन बहुत खराब है। मतदाता और स्थानीय अधिकारी सांसदों के कामकाज से नाखुश हैं। विधानसभा के 105 विधायकों में से 25 से 30 विधायकों के प्रदर्शन से मतदाता नाखुश हैं। उन्हें और अधिक सक्रिय रहने का निर्देश दिया गया है।
Sunday, November 24, 2024
Offcanvas menu