एक ओर जहां लॉकडाउन को शिथिल किया गया है, वहीं दूसरी ओर संक्रमण भी तेजी से फैल रहा है. पॉजिटिव मरीजों के आंकड़े बढ़ने के साथ ही अब मृतकों की भी संख्या ने रफ्तार पकड़ ली है. इस बीच चौबीस घंटे के भीतर 40 मरीजों की मौत हो गई. यह संख्या इस वर्ष की सर्वाधिक है. वैसे भी डॉक्टरों ने अनुमान व्यक्त किया है कि अगले महीने से मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है.
अब तक संक्रमितों की संख्या अधिक देखने को मिल रही थी. इसमें बिना लक्षण वाले लोग अधिक थे. बिना लक्षण वाले होने से प्रशासन द्वारा उन्हें होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी जा रही थी. साथ ही करीब सप्ताहभर बाद तबीयत में सुधार भी हो रहा था. लेकिन इन दिनों गंभीर मरीजों की भी संख्या बढ़ने लगी हैं. स्थिति यह है कि मेयो और मेडिकल के आईसीयू में लगभग बेड भर गये हैं. वहीं, एम्स में भी अपनी क्षमता के करीब मरीजों की संख्या हो गई है. यह स्थिति भविष्य के लिए गंभीर हो सकती है. देखते ही देखते सिटी की हालत उसी दिशा की ओर अग्रसर नजर आ रही है.पिछले चौबीस घंटे के भीतर जिले में 1,2623 लोगों की जांच
की गई. यह जाँच रविवार की तुलना में कम है. इसके बावजूद 3.596 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई. इनमें 2,625 सिटी और 967 ग्रामीण के लोगों का समावेश है. अब भी कई घरों में एक सदस्य के संक्रमित होने पर सभी सदस्यों के पॉजिटिव होने का सिलसिला जारी है. अब तक जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 1,96,676 हो गई है. जबकि 40 मरीजों ने दम तोड़ दिया. इनमें 21 मृतक सिटी और 15 ग्रामीण के रहे. अब तक कोरोना की वजह से 4,664 लोग वर्षभर के भीतर अपनी जान गंवा चुके हैं. फिलहाल सिटी में 3,1067 एक्टिव केस है. वहीं, 1837 मरीजों को ठीक होने के बाद छुट्टी दी गई. अब तक जिले में 1,60,945 मरीज ठीक हो चुके है. कुल रिकवरी रेट 81.83 फीसदी पर पहुंच गया है.