शहर में भले ही बीते कुछ दिनों से कोरोना मरीजों की संख्या में कमी देखी जा रही है। लेकिन फिर भी कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना विशेषज्ञों द्वारा जताई गई है। जिसके चलते गुरुवार को जिल्हाधिकारी रविंद्र ठाकरे की और से तीसरी लहर के मद्देनजर बैठक ली गई। इस बैठक में एक मुहिम की शुरुआत की गई।
बुधवार को जिल्हाधिकारी कार्यालय में कोरोना की तीसरी लहर पर चर्चा की गई। इस वक्त रामटेक के खासदार कृपाल तुमाने भी मौजूद थे। जिस दौरान उन्होंने बताया की इस तीसरी लहर में बच्चों पर ज्यादा असर होने की संभावना है जिसके चलते इसका असर उनकी माताओं पर भी होगा जिसके लिए उपयोजना करना जरूरी है। आगे उन्होंने कहा की ग्रामीण इलाको में कोरोना बढ़ने का सबसे ज्यादा खतरा है जिसकी रोकथाम हेतु इस बैठक में चर्चा की गई। उन्होंने नागरिको को लसीकरण मुहीम को साथ देने के लिए कहा और जनता को प्रशासन को सहयोग करने की भी अपील की। इस वक्त जिल्हा परिषद अध्यक्ष रश्मि बर्वे भी मौजूद थी। इस दौरान उन्होंने बताया की कोरोना की तीसरी लहर भयंकर होने की संभावना विशेषज्ञों ने जताई साथ ही उन्होंने कहा की कोरोना की तीसरी लहर के चलते सभी माताओं का लसीकरण होना बेहद जरूरी है। जिस पर इस बैठक में चर्चा की गई।
इस बैठक में एक मुहीम की शुरुआत की गई जिसके तहत टास्क फ़ोर्स के सभी सदस्यों ने कोरोना और उससे बचने के आसान तरीको के बारे में जानकारी दी। जिन वीडियो को २६ अधिकारी १३ टीमों में बटकर ग्राम पंचायत में जायेंगे और वहा के अधिकारियो की सहायता से ग्रामीण क्षेत्रों में जा कर जन जागृति करेंगे। ऐसी जानकारी सीईओ योगेश कुंभेजकर ने दी।
इस वक्त जिल्हाधिकारी रविंद्र ठाकरे ने भी इस मुहीम के बारे में जानकारी दी। साथ ही कहा की प्रशासन अपने तरफ से किसी भी मुहीम की शुरुआत कर ले लेकिन जब तक हर कर्मचारियों का सहकार्य नहीं मिलता तब तक वो यशस्वी नहीं हो पाती। कोरोना पर मात देने के लिए प्रशासन चाहे कोई भी मुहीम शुरू कर ले लेकिन जनता के सहकार्य के बिना वो अपूर्ण है।