दवलामेटी गाव को महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण द्वारा वेना से जलापूर्ति हो रही है।लेकिन बीते 6 महा से दूषित जलापूर्ति होने से नागरिको का स्वास्थ्य खतरे में आया है। दूषित जलापूर्ति को लेकर अभियंता नरेश शनवारे को जिला परिषद सदस्य ममता धोपटे ने कही बार शिकायत की लेकिन आला अधिकारियों ने शिकायत को गंभीर नही लिया।दूषित जलापूर्ती को बन्द नही किया।आखिर धोपटे ने पशु संवर्धन मंत्री सुनील केदार को शिकायत की केदार ने दवलामेटी में शनिवार को अधिकारियों की बैठक बुलाई व दूषित जलापूर्ती की पानी भरे बोतल अधिकारियों को भेट की।केदार ने कहा कि पैसा जितना लगे बताओ कम नही होने देंगे,लेकिन गाव की पानी समस्या आठ दिन के भीतर हल करने का अल्टीमेट दिया।नही करने पर आठ दिन बाद बैठक लेकर क्या करने का है यह निर्णय मैं लूंगा यह चेतावनी केदार ने बैठक में अधिकारियों को दी।अधिकारियों ने शुद्ध जलापूर्ती होने का दावा किया। वही जिला परिषद सदस्य ममता धोपटे ने मंत्री के समक्ष अधिकारियों के गलती का पाढ़ा पढ़ाया।
– दूषित जलापूर्ती से गाव का स्वास्थ्य खतरे में
दवलामेटी गाव करीब 30 हजार आबादी का गाव है।यहां पर ग्रामपंचयत की पानी के लिए कोई योजना नही है।महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण ही जलापूर्ती करता है।लेकिन दुःषित जलापूर्ती होने से गाव का स्वास्थ्य खतरे में आया है।डायरिया,पीलिया जैसे बीमारी का शिकार लोग हो रहे है।कोरोना काल मे गाव दुःषित जलापूर्ती से परेशान है।
पंचायत सदस्यों ने भी एमजीपी को बार-बार आवेदन कर दुःषित जलापूर्ती समस्या को अवगत कराया लेकिन आला अधिकारियों ने कोई सुध नही ली।अब मंत्री सुनील केदार ने दिए आदेश पर एमजीपी कितनी खरी उतरती इसकी और दवलामेटी गाव की नजरें लगी है।बैठक मंत्री सुनील केदार के उपस्थिति में जिला परिषद सदस्य ममताताई धोपटेधोपटे, नागपुर पंचायत समिति सभापती रेखाताई वरठी, एसडीओ इंदिरा चौधरी, तहसीलदार मोहन टिकले, खंडविकास अधिकारी सुभाष जाधव साहब, दवलामेटी सरपंच रिताताई उमरेडकर, उप सरपंच प्रशांत केवटे, विस्तार अधिकारी विष्णु पोटभरे ग्राप सदस्य सदस्य सिद्धार्थ ढोके, प्रकाश मेश्राम के साथ ग्रामवासी उपस्थित थे।
दुःषित जलापूर्ती नही शुध्द है
वेना से दूषित जलापूर्ती नही हो रही पूरी शुद्ध जलापूर्ती हो रही।गंदा पानी है।जो लोगो ने जलापूर्ती की लाइन को खोदकर डेमेज किया उसी से गंदा पानी हो रहा।इसे जल्द से जल्द सुधारा जाएगा।