काटोल।
विगत चुनाव में काटोल पंचायत समिति के पूर्व सभापति संदिप सरोदे को रा का के चंद्रशेखर कोल्हे द्वारा पराभुत होना पडा था। वही लाडगाव पं स सर्कल से राका की ही नलीनी ठाकरे ने जीत हासिल की थी। तब विधायक अनिल देशमुख के प्रमुखता में चुनाव लडा गया था। जि प तथा पं स के उप चुनाव में चरणसिंग ठाकुर के नेतृत्व में एक संघ होकर चुनाव लडा गया।जिसमें पारडसिंगा जि प तथा लाडगाव पंचायत समिती भाजप ने जीत हांसिल की। भाई राहूल देशमुख के नेतृत्व में महाविकास आघाडी (शेकाप) के समीर उपम ने येनवा जिल्हा परिषद की सीट पर वीजयी हुये तथा भाजपा तथा कांग्रेस समर्थीत पूर्व विधायक एवं भाजपा उम्मीदवार निलेश धोटे का पराभव किया। इसी प्रकार महाविकास आघाडी के (कांग्रेस) के पं स मेटपांजरा के लिये पूर्व पं स सदस्य निशीकांत नागमोते ने अपने सीट पर पुन्हाः वापसी की है। वहीं कांग्रेस रा का विगत चुनाव में हुये पराभव से सीख लेकर भाजपा के संदिप सरोदे के पत्नी को उमेदवारी देकर भाजपा ने चुनाव में पुरी बाजी ही पलट दी और मिनाक्षी सरोदे (3450) तथा प्रतीभा ठाकरे ने (1776)मतों से एकत तरफा जीत हांसिल कर अब कृषी उत्पन्न बाजार समीती के बाद जि प तथा पं स के चुनावों से आगामी विधानसभा में भा ज पा राज का आगाज कर दिया है। विधायक अनिल देशमुख की अनुपस्थिति तथा चरणठाकूर की राजनितक सुजबुझ के चलते कभी कांग्रेस तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस के गढ में अब भाजपा की नींव और मजबूत हो गयी है। 6 अक्तूबर के उप चुनाव के नतीजों ने रा का के स्वघोषीत नेताओं को सबक लेने का समय आ गया है।