जल सुरक्षा नियोजन पर केंद्रित भूमि जल बोर्ड द्वारा कार्यशाला

कोंढाली।

जल शक्ति मंत्रालय-जल संसाधन, नदीविकास एवं गंगा सरक्षण विभाग- भारत सरकार के केंद्रीय भू जल बोर्ड, मध्य क्षेत्र नागपुर तथा भू जल सर्वेक्षण विकास यंत्रणा नागपुर के संयुक्त तत्वावधान में आज़ादी के अमृतमहोत्सवी वर्ष के तहत आयोजित “भू जल व्यवस्थापन तथाअटल भू जल अभीयान सोमवार 25 अक्तूबर को सुबह 10.30 बजे सार्वजनिक संवाद कार्यक्रम का आयोजन काटोल तहसील के खुर्सापार ग्रा प के तहत यहां के भवानी माता मंदीर के प्रांगण में आयोजीत किया गया। इस अभियान के उद्घाटन के प्रमुख अतिथी काटोल के अनुविभागीय (एस डी ओ) अधिकारी श्रीकांत उंम्बरकर, अध्यक्षता केंद्रीय भूमी जल बोर्ड मध्य क्षेत्र नागपुर के कार्यालय प्रमुख कार्तिक डोंगरे, विषेश उपस्थिती भू जल सर्वेक्षण विकास यंत्रणा के अधिकारी साथ ही खुर्सापार गांव के सरपंच सुधीर गोतमारे के विशेष उपस्थित में काटोल तहसील के 59 ग्रा प तथा 104 गांव में जल सुरक्षा नियोजन किये जाने की जानकारी दी। साथ ही राज्य तथा केंद्र सरकार द्वारा भू जल व्यवस्थापन तथा अटल भूजल योजना के अभियान में जनभागीदारी से अपनें गांव का भू जल स्तर बढाने के लिए प्रयास करने की जानकारी दी एस डी एम श्रीकांत उंम्बरकर द्वारा दी गयी। काटोल तहसील में भू जल व्यवस्थापन तथा भू जल मॅपिंग, के साथ साथ अटल भूजल प्रबंधन के तहत किये जाने वाले कार्य, तथा केंद्रिय भूजल प्रबंधन के तहत काटोल तहसील में जारी कार्यों की जानकारी डाॅ वर्षा माने द्वारा भू जल के अनियंत्रित उपयोग से शोषीत अतिशोषित जैसे गांव गांव में भू जल स्तर घटता जा रहा है। इसके लिये डब्लू आर जे फोर के तहत आने वाले गांव में अटल भूजल प्रबंधन के तहत जल सुरक्षा नियोजन की आवश्यकता पर जानकारी दी। भू वैज्ञानिक राजेश गावंडे, भू वैज्ञानिक अविनाश आटे तथा भू वैज्ञानिक पोर्णिमा बाराहाते द्वारा उपस्थितों के समक्ष जल सुरक्षा, जलसंसाधन के विषयों पर जानकारी दी। साथ ही काटोल तहसील में अभी के जल संग्रहण तथा अटल भू जल अभियान के साथ संबधित ग्राम पंचायत क्षेत्रों में जनभागीदारी से जल संवर्धन योजनाओं को सक्षम बनाने के लिये जनजागृती तथा जन सहोयग किया तो इस तहसील की भू जल लेव्हल बढाने के लिये प्रयास करने की जानकारी दी। कार्यक्रम में पुर्व उपसभापति योगेश गोतमारे, उपसरपंच प्रदिप सालमे, कांचन तायवाडे संजय गोतमारे व पुलिस पाटील रणजीत तायवाडे दुर्गाप्रसाद पांडे आदी ने किसानों कि समस्या रखी। इस कार्यक्रम की प्रस्तावना केंद्रीय जल आयोग मध्यक्षेत्र के वैज्ञानिक राहूल शेंडे, संचालन भू वैज्ञानिक राजेश गावंडे तथा आभार समाज विकास अधिकारी वैज्ञानिक नामदेव झोंबाडे द्वारा किया गया।

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