मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को केंद्र सरकार द्वारा मराठवाड़ा में महत्वाकांक्षी जल ग्रिड परियोजना के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने की उम्मीद जताई है। मराठवाड़ा मुक्ति दिवस कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए सीएम शिंदे ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से इस परियोजना के लिए मदद की गुजारिश की थी।आठ जिलों वाला यह क्षेत्र हैदराबाद के निजाम के शासन के अधीन था। किसानों और आम नागरिकों के विद्रोह ने निजाम से इस क्षेत्र को मुक्त कराया और 17 सितंबर 1948 में इसे भारत में मिला दिया गया।सीएम शिंदे ने कहा, ‘हम मानसून के दौरान बहने वाली पानी को गोदावरी नदी बेसिन की ओर मोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। राज्य सरकार ने मराठवाड़ा में महत्वाकांक्षी जल ग्रिड परियोजना के लिए 15,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। हम पीएम मोदी से भी मदद की उम्मीद कर रहे हैं। हमें केंद्र सरकार से मदद मिले की उम्मीद है।’
सही मात्रा में बारिश नहीं होने के कारण यह क्षेत्र पिछड़ा वर्ग में शामिल हो गया है। सीएम ने आगे कहा, ‘क्षेत्र में ठीक से बारिश न होने के कारण किसानों को दिक्कत होती है। पिछले साल भी इस क्षेत्र के किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। इस दौरान हमने नियमों से परे जाकर उनके दुख को कम करने के लिए ज्यादा से ज्यादा धन वितरित किए थे।’ मराठवाड़ा क्षेत्र में कुल आठ जिले हैं जिनमें छत्रपति संभाजीनगर (पहले औरंगाबाद), धाराशिव पहले ओस्मानाबाद), जालना, बीड, लातूर, नानडेडं, हिंगोली और परभानी भी शामिल है। औरंगाबाद में कैबिनेट की बैठक बुलाई
राज्य सरकार ने शनिवार को छत्रपति संभाजीनगर (पहले औरंगाबाद) में कैबिनेट की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में सीएम शिंदे ने मराठवाड़ा के विकास के लिए 45,000 करोड़ रुपये पैकेज की घोषणा की। इसके साथ ही 14,000 करोड़ रुपये की सिंचाई परियोजनाओं के लिए संशोधित प्रशासनिक मंजूरी भी दी।
Sunday, November 24, 2024
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