ग्रामीण क्षेत्रों के विकास का मतलब ही सामान्य नागरिकों का विकास है. इसे जानने और समझने के बाद ही अत्यंत कुशाग्र बुद्धि और दूरदृष्टि रखने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज ने उस काल में ग्राम विकास की नींव रखी थी. यह विचार पालक मंत्री नितिन राऊत ने रविवार को जिला परिषद के प्रांगण में आयोजित समारोह में व्यक्त किए. उन्होंने कहा कि शिव स्वराज्य दिवस यानी छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक दिवस संप्रभुता और स्वतंत्रता की प्रेरणा देने वाले इस स्वर्णिम दिन का विशेष महत्व है. इस अवसर पर पालक मंत्री राऊत के हाथों गुढ़ी का पूजन किया गया.
इस अवसर पर जिला परिषद की अध्यक्ष रश्मि बर्वे, विषय समिति सभापति भारती पाटिल, नेमावली माटे, जिला परिषद सदस्य नाना कमाले सहित जिलाधिकारी रवींद्र ठाकरे, अतिरिक्त जिलाधिकारी शिरीष पांडे, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सुनील फुलारी, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. कमलकिशोर फुटाणे, उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रमिला जाखलेकर, जिला परिषद के स्वास्थ्य अधिकारी ए. एस. इनामदार, प्रकल्प संचालक विवेक इलमे आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत में जिला परिषद के प्रांगण में गुढी स्थापित की गई. इसके पश्चात महाराष्ट्र गीतों को संगीतमय प्रस्तुति दी गई. इसके बाद राष्ट्रगीत और महाराष्ट्र गीत का गायन हुआ. जिला परिषद की अध्यक्ष रश्मि बर्वे ने कहा कि जिला परिषद की गतिविधिया शिवाजी महाराज की ग्राम विकास नीतियों पर ही संचालित रहेंगी. कार्यक्रम का संचालन डॉ. मंजूषा सावरकर ने किया.