खापरखेड़ा।
खापरखेड़ा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर काफी दिनों से सूअरों का मुक्त संचार बढ़ गया हैं। इस संबंध में लोगों की आवाज उठने पर भी संबंधित ग्राम पंचायत प्रशासन कुंभकर्ण निद्रा में सोया हैं। गांव में सूअरों का मुक्त संचार से मच्छरों का आतंक बढ़ गया हैं। कोरोना महामारी के काल में ऐसी स्थिती पर स्वच्छता रखना अनिवार्य है। इतना ही नहीं डेंगू जैसे मरीज भी क्षेत्र में मिल रहे है। जिससे डेंगू रोग फैलने की आशंका जताई जा रही है। इस पश्चात मच्छरों का प्रमाण बढ़ गया और जनता को कोरोना का निमंत्रण मिलने से भय का माहौल व्याप्त हो गया। खापरखेड़ा (चिचोली) क्षेत्र में पिछले कई दिनों से गंदगी का आलम और लावारिस जानवरों के मुक्त संचार से लोग परेशान नजर आ रहे है। लावारिस जानवरों का बंदोबस्त लगाने में ग्राम पंचायत प्रशासन उदासिन दिख रहा हैं। इस क्षेत्र में विविध समस्याओं से जनता परेशान है। एक ओर बताया जा रहा है कि क्षेत्र की जनसंख्या काफी बड़ी है। लेकिन गंदगी की साफ सफाई अथवा उचित नियोजन नहीं रहने से जनता के स्वास्थ्य पर प्रश्न चिन्ह निर्माण हो रहा है। पिछले कई दिनों से संबंधित ग्राम पंचायत अंतर्गत वार्ड में गंदगी का आलम रहने से सूअरों का मुक्त संचार बढ़ गया। नालियों की साफ-सफाई की ओर दुर्लक्ष रहने से कुछ कुछ नालियों में सांड पानी भरा है। जिससे भी मच्छरों का प्रमाण बढ़ गया। घरों के सामने आजू-बाजू में सुअर आते हैं। एक तरफ कोरोना कहर बढ़ने लगा। अभी तीसरी लहर आने की संभावनाएं है। सार्वजनिक समस्याओं की ओर संबंधित ग्राम पंचायत प्रशासन ने ध्यान देने की मांग लोगों द्वारा हो रही है।