मुंबई। (एजेंसी)। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को मोदी शासित भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर आप सत्ता में आने के लिए हमे जेल में डालना चाहते हैं तो डाल दीजिए। उनका यह बयान तब सामने आया है, जब तीन दिन पहले उनके बहनोई के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कार्रवाई की। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में 6.45 करोड़ रुपए संपत्ति को फ्रीज कर दिया है। सीएम उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा, अगर आप सत्ता में आना चाहते हैं, तो सत्ता में आएं। लेकिन सत्ता में आने के लिए ये सब गलत काम न करें। हमारे या किसी और के परिवार को परेशान न करें। हमने आपके परिवार के सदस्यों को कभी परेशान नहीं किया। ऐसा नहीं है कि हम कह रहे हैं कि आपके परिवारों ने कुछ गलत किया है या उनके पास कुछ ऐसा है, जिससे हम आपको परेशान कर सकते हैं। अगर आप सत्ता में आने के लिए हमें जेल में डालना चाहते हैं, तो मुझे जेल में डाल दें।’ उद्धव ठाकरे के बहनोई की संपत्ति की जब्ती के दो हफ्ते बाद आयकर विभाग ने उनके बेटे आदित्य ठाकरे, एक मंत्री और सहयोगी अनिल परब के करीबी माने जाने वाले लोगों पर छापेमारी की, जिसके बाद शिवसेना ने भाजपा पर राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने के लिए केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला बोला है।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हेराफेरी का ईडी का दावा
श्रीधर माधव पाटनकर उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि के भाई हैं और श्री साईबाबा गृहिणीर्मि प्राइवेट लिमिटेड के सर्वेसर्वा हैं। ईडी का दावा है कि पुष्पक बुलियन नाम की कंपनी के खिलाफ चल रहे मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कथित रूप से हेराफेरी की गई थी, जिसमें श्री साईबाबा गृहिणीर्मि प्राइवेट लिमिटेड की भी संलिप्तता है।
नवाब मलिक को कर चुकी है गिरफ्तार
पिछले महीने के अंत में महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक को भगोड़े आतंकवादी दाऊद इब्राहिम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। वे कम से कम 4 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में रहेंगे। उनसे पहले, महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख, जो शरद पवार की एनसीपी के नेता भी हैं, को ईडी ने पिछले साल नवंबर में गिरफ्तार किया था। वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है। एनसीपी नेता व महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक के बचाव में बोलते हुए उद्धव ठाकरे ने पूछा कि अगर नवाब मलिक का दाऊद इब्राहिम से सालों पुराना नाता था तो इतने सालों से केंद्रीय एजेंसियां क्या कर रही थीं? विधानसभा में सीएम ने कहा, ‘मामला कोर्ट में है। मुझे लगता है कि विपक्षी नेता फडणवीस को ईडी में भर्ती किया जाना चाहिए, क्योंकि उन्होंने ईडी को सभी दस्तावेज दिए हैं, जैसा कि उन्होंने कहीं कहा भी था।’ ठाकरे ने कहा, ‘दाऊद कहाँ है? क्या किसी को पता है कि वह कहाँ है? आपने राम मंदिर के नाम पर पिछला चुनाव लड़ा था। अब क्या आप दाऊद के नाम पर वोट मांगने जा रहे हैं? क्या ओबामा ने लादेन के नाम पर वोट मांगे थे? हिम्मत है तो दाऊद को मार डालो, क्या तुम ऐसा कर पाओगे?’ उन्होंने कहा, ‘आप ने नवाब मलिक का इस्तीफा मांगा। पहले बताओ, तुमने महबूबा मुफ्ती का समर्थन क्यों किया, जिन्हें अफजल गुरु और बुरहान वानी से सहानुभूति थी।’