पचखेड़ी।
वर्तमान में कोरोना नियंत्रण में है, लेकीन डेंगू बढ़ रहा है। जिले में कुही तालुका सबसे आगे हैं, सो प्रशासन उसे नियंत्रित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। लेकिन नागरिक समझते हैं कि गांव की स्वच्छता की जिम्मेदारी मेरी नहीं है। भारतीय संस्कृति में त्योहारो का बडा महत्व हैं। इस दिन, प्रत्येक नागरिक अपने घर की सफाई करता है और नए कपड़े पहनता है। उसी तर्ज पर, पूरे गांव को एकजुट कर गांव को स्वच्छ करने का संकल्प तालुका के गोरगरीबो के तारणहार व स्वच्छता दूत प्रमोद घरडे, पूर्व जिला परिषद सदस्य बालू ठवकर के नेतृत्व में मेरा गांव मेरा आरोग्य, मैं ही स्वच्छता को अपनाउंगा यह दृढ संकल्प करते हुए पूर्व जिला परिषद सदस्य बालू ठवकर के स्वगांव लोहारा से संपूर्ण गांव स्वच्छता अभियान का शुभारंभ किया गया और गांव के प्रतिष्ठित नागरिकों को अपने साथ लेकर रास्ते पर पडी गंदगी, गड्डों में जमा पानी बंदोबस्त कर पुरे गांव को स्वच्छ किया गया।
इसी तर्ज पर हर गांव के नागरिको ने भले ही स्वच्छता सरकार की जिम्मेदारी हैं लेकीन अपने दायित्व को ध्यान में रखते हुए कोरोना को खत्म करने के लिए, गांव की स्वच्छता के लिए अपने मतभेद को भुलाकर एकजूट होकर गांव स्वच्छता अभियान को कार्यान्वित करे, ऐसा आवाहन मातोश्री प्रभा सेवा संस्थान के विश्वस्त प्रमोद घरडे, पूर्व जिला परिषद सदस्य बालूभाऊ ठवकर ने तालुका के नागरिकों किया हैं। इस कार्य के लिए यहा के सरपंच जितेंद्र ठवकर, रुमीड आडीकने, नरेंद्र बोरकर, ताराचंद बोरकर, बंडू शेंडे, लवा जगनाडे, राजु बोरकर, मंगेश ठवकर, संजु भोवते, लोकेश बोरकर, प्रभाकर ठवकर, महींद्र भोवते, विजय जगनाडे, स्वप्नील मेश्राम, नवनाथ चचीडे, सागर बांते, ओमदेव बोरकर, मयुर बोरकर, सोनु ठवकर, पंजाब उके, अरुण राघोर्तै, योगेश ठवकर,अतुल राघोर्तै, मनोहर राघोर्तै, शंकर ठवकर, रविंद्र आडीकने, अमीत आडीकने, धनपाल ठवकर, अभिषेक बोरकर, कैलास जगनाडे, सुनिल राघोर्तै इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा हैं।