पूर्व में घर के आंगन में पिंपल, वाड, चिंच आदि के पेड़ रहते थे। यह पार्टियों द्वारा बसा हुआ था। नागरिकों को छाया भी मिलती थी। लेकिन हम इन पेड़ों के महत्व को भूल गए हैं। इसलिए यह पेड़ भी लुप्त हो रहा है। मानव जाति तभी जीवित रहेगी जब धरती पर पेड़ होंगे। इसलिए धरती की रक्षा के लिए वृक्ष परंपरा को बचाएं, मेयर दयाशंकर तिवारी ने कहा।
राज्य सरकार के पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के ‘माझी वसुंधरा’ अभियान के तहत सामाजिक न्याय विभाग का एक स्वायत्त निकाय। बाबासाहेब आम्बेडकर अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (BARTI) की ओर से विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मंगलवार (15 तारीख) को महापौर दयाशंकर तिवारी के हाथों दो पिंपल के पेड़ लगाए गए