नागपुर। स्थानीय मुख्य रेलवे स्टेशन पर पकड़े गए गोल्ड स्मगलर्स का कनेक्शन विदेश से होने की सनसनीखेज जानकारी सामने आई है. डीआरआई, एमजेडयू ने इस सोना चोर गिरोह का पता लगाते हुए नागपुर, वाराणसी (यूपी) और मुंबई में छापेमारी कर 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से 19 करोड़ रुपये मूल्य का करीब 31.7 किलो सोना जब्त किया गया है. इस अत्यंत साहसिक कार्रवाई के बारे में पूरी जानकारी आज सामने आई है.
राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) को जानकारी मिली थी कि बांगला देश की सीमा पर विभिन्न प्रांतों के आरोपी सोने की तस्करी कर रहे हैं. गोल्ड की ये स्मगलिंग सड़क (कार, बस) मार्ग से और रेल मार्ग से करने की जानकारी मिलने के बाद डीआरआई ने इन सोने के तस्कर गिरोह पर नजर बनाए रखी थी.12 अक्तूबर को हावड़ा-पुणे आजाद हिंद एक्स्प्रेस में सोने की तस्करी करने वालों के बैठे होने की जानकारी मिलते ही डीआरआई की विभिन्न टीमों ने उनका पीछा करना प्रारंभ किया. रेलवे की सीआईबी और आरपीएफ की सहायता से नागपुर के मुख्य रेलवे स्टेशन पर 13 अक्तूबर को राहुल और बलराम को पकड़ा गया था. उनके पास से साढ़े 8 किलो सोना (बिस्कुट) जब्त किया गया था. सोने के ये बिस्कुट जिन्हें दिए जाने थे उन दो सर्राफाओं (रिसीवर) को बाद में कब्जे में लिया गया. उनसे पूछताछ में गोल्ड स्मगलिंग करने वालों का एक बड़ा सिंडीकेट ही सामने आया है. उसके बाद डीआरआई ने 13 और 14 अक्तूबर को दो दिनों तक नाटकीय तरीके से आॅपरेशन चलाया.
एक टीम ने वाराणसी के निकट स्थित कारला जंगल में यूपी पुलिस की सहायता से करीब तीन घंटा आॅपरेशन चलाकर दोनों को कब्जे में लिया. उनकी कार से 18.2 किलो सोना जब्त किया गया है.
इस बीच, 5 तस्करों के भारी मात्रा में सोना लेकर मुंबई जाने की जानकारी मिली. डीआरआई की टीम ने मुंबई में भी एक आॅपरेशन चलाकर 5 तस्करों को पकड़ लिया. उनके पास से 4.9 किलो सोना जब्त किया गया है.
Sunday, November 24, 2024
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