छोटी बहन को डराने के लिए खुद मरने का नाटक करने के चक्कर में डॉक्टर दंपति के बेटे की फांसी लगने से मौत हो गई। यह दर्दनाक वाकया रविवार की रात नंदनवन थानांतर्गत हुआ। घटना के पीछे के कारणों की जांच-पड़ताल की जा रही है। आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया गया है। रमन मारोती नगर निवासी सचिन माकड़े और उनकी पत्नी पेशे से डॉक्टर हैं। रविवार को रात करीब 8.30 बजे मकान की तीसरी मंजिल पर उनका बेटा सर्वेश (14) अपनी दस वर्षीय छोटी बहन के साथ खेल रहा था। खेलते-खेलते दोनें छत पर भी गए। इसके बाद कुछ देर तक सर्वेश लैपटॉप चलाता रहा। इसके बाद अचानक सर्वेश ने बहन को डराने का प्लान बनया और तीसरी मंजिल पर बाथरूम के हँडल को मफलर तथा नायलॉन की रस्सी का फंदा बनाकर बहन को डराने के लिए उसने फंदा गले में डाल लिया और मरने का नाटक करने लगा। इस दौरान फंदा कस गया और फांसी लगने से सर्वेश की मौत हो गई।सर्वेश 9वीं कक्षा में अध्ययनरत था। कोविड-19 के चलते स्कूल बंद होने से वह घर में ही बहन के साथ खेलता था। शाम को जब माकड़े दंपति घर पहुंचे तब इस दर्दनाक घटना का खुलासा हुआ। घटना की सूचना मिलते ही नंदनवन थाने के सहायक निरीक्षक देवकर दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे।सर्वेश की मासूम बहन से पुलिस ने पूछताछ करने का प्रयास किया। वह यही कहती रही कि, मैया खुद मरने का नाटक कर मुझे डरा रहा था। घटना के दौरान सर्वेश के दादा घर में थे। वृद्धावस्था के कारण उन्हें कम सुनाई देत है। वह तीसरी मंजिल पर पर कम ही जाते हैं, इसलिए उन्हें इस बारे में कुछ पता नहीं चला। सर्वेश के माता-पिता का कहन है कि, वह सर्वेश पर पढ़ाई के लिए ज्यादा दबाव भी नहीं डालते थे। सबकुछ सर्वेश के मुताबिक ही होता था फिर भी मामले को लेकर संदेह व्यक्त किया जा रहा है।