कोविड संक्रमण की वजह से माता पिता को खो देने वाले बच्चों को संरक्षण देने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया है. जिलाधिकारी रवींद्र ठाकरे ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इसके मार्फत बच्चों की संपूर्ण जवाबदारी ली जाएगी.
टास्क फोर्ट की बैठक टास्क फोर्ट की बैठक जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित की गई. जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी योगेश कुंभेजकर, जिला बाल संरक्षण अधिकारी मुश्ताक पठान, महिला व बाल विकास उपायुक्त भागवत तांबे, जिला महिला बालविकास अधिकारी सचिन जाधव, संरक्षण अधिकारी विनोद शेंडे, चाइल्ड लाइन की शहर समन्वयक श्रद्धा टल्लू मौजूद थे. बैठक में जानकारी दी गई कि पालकों को गंवाने वाले बालकों को संरक्षण देने के लिए सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश का अनुपालन करते हुए जिलास्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया गया है.. इसके माध्यम से बच्चों के संरक्षण के लिए हुए कार्यों की समीक्षा की जाएगी. ऐसे बच्चों के समुपदेशन का प्रबंध किया गया है. जरूरत पड़ने पर बच्चों को बालगृह में रखा जाएगा, नागरिकों से चाइल्ड हेल्पलाइन क्रमांक 1098 से संपर्क से साधने की अपील की गई है. महिला एवं बाल विकास विभाग से टेलीफोन क्रमांक 0712-256991 से भी संपर्क किया जा सकता है. कोविड की वजह से अनाथ हुए बच्चे मानव तस्करी के शिकार न हों, इसे लेकर भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. टास्क फोर्स को बच्चों के आर्थिक एवं संपत्ति के अधिकार को भी सुरक्षित रखने का निर्देश दिए.