नागपुर।(नामेस)। बढ़ते कोरोना पॉजिटिव और ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीज़ों के मामले में चिंताजनक वृद्धि नागपुर जिला और मनपा प्रशासन को चिंतित कर रही है. उपराजधानी में पिछले 24 घंटों में 1732 नए मामले दर्ज किए गए हैं. जबकि 3 लोगों की कोरोना से मौत हो गई. नागपुर शहर से ही लगभग 1364 नए मामले दर्ज किए, हालांकि किसी भी मरीज़ की मौत नहीं हुई. पिछले 24 घंटों में 672 व्यक्ति कोरोना को मात देकर घर वापस गए हैं. कुल मामलों में से 1,364 मामले नागपुर शहर से सामने आए हैं जबकि 307 मामले नागपुर ग्रामीण क्षेत्र से सामने आए हैं. 61 मरीज़ जिले के बाहर के निवासी हैं. मौतों का आंकड़ा 10,128 पर टिका हुआ है. कुल 4,86,149 मरीज़ बीमारी से सफलतापूर्वक उबर चुके हैं. नागपुर जिले में रिकवरी रेट गिरकर 96.34 प्रतिशत हो गई, जबकि सक्रिय मामलों में भारी बढ़ोतरी हुई है. जिले में अब 8360 एक्टिव मरीज़ हैं. पिछले बारह दिनों में शहर में सक्रिय मामलों की संख्या 73 से बढ़कर 7,022 हो गई हैं. धरमपेठ ज़ोन से सर्वाधिक 1,572 मामले सामने आए हैं. इसके बाद लक्ष्मी नगर ज़ोन में 1,403 मामले तथा मंगलवारी में जोन में 1,105 मामले सामने आए हैं. हैरानी की बात यह है कि दूसरी लहार के दौरान सतरंजीपुरा हॉस्पिटल में केवल 99 सक्रिय मामले हैं. जनवरी में मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है और अधिकतर मामले नागपुर महानगरपालिका क्षेत्राधिकार के अंतर्गत हुई हैं.
कोविड मरीजों के लिए 10,273 बेड उपलब्ध
एनएमसी के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय चिलकर के अनुसार 7022 सक्रिय मामलों के बावजूद सिर्फ 116 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सरकारी अस्पतालों में 48 और निजी अस्पतालों में 68 थे. चिलकर ने कहा कि एनएमसी, सरकारी और निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए शहर में 10,273 बेड उपलब्ध हैं. भविष्य में हर संभव आवश्यकता को देखते हुए इंदिरा गांधी अस्पताल, पांचपावली, आइसोलेशन अस्पतालों पर बेड की व्यवस्था करने हेतु प्रशासन कड़ी मेहनत कर रही है.