कोरोना वायरस का कहर जारी है. एक बार फिर वायरस ने रफ्तार पकड़ ली है. संक्रमितों की अगले कुछ सप्ताह तक संख्या बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. हालांकि अब तक मरीजों की संख्या भले ही बढ़ रही थी लेकिन मरने वालों का आंकड़ा नहीं बढ़ा था. इस बीच चौबीस घंटे के भीतर 23 मरीजों की मौत हो गई. इस वर्ष की यह सबसे अधिक संख्या है. वहीं 3,796 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई. कोरोना हर दिन नया रिकॉर्ड बनाता जा रहा हैं. पिछले वर्ष महामारी भयंकर रूप धारण करने के बाद भी इतने अधिक पॉजिटिव मरीज नहीं मिल रहे थे. लेकिन इस बार हर दिन आंकड़े बढ़ते ही जा रहे हैं. यही वजह है कि अब डॉक्टरों सहित प्रशासन की भी चिंता बढ़ने लगी है. यदि स्थिति ऐसी रही तो अगले महीने तक हालात में सुधार होने की उम्मीद कम ही नजर आ रही हैं. गुरुवार को चौबीस घंटे के भीतर कुल 23 मरीजों ने दम तोड़ दिया. इनमें सिटी के 14 और ग्रामीण के 6 मरीजों का समावेश रहा. जबकि 3 मरीज जिले से बाहर के लैब में भी अधिकाधिक जांच जिले में कुल 16, 139 लोगों की जांच की गई. इनमें सबसे अधिक 7,014 जांच प्राइवेट लैब में की गई. अब शासकीय प्रयोगशालाओं में नमूनों की भरमार हो गई है. एम्स में 1,121, मेडिकल 1,703, मेयो 1,728 और विवि की लैब में 270 नमूनों की जांच की गई. इतनी अधिक संख्या में नमूनों की जांच भी पहली बार ही की गई. कुल पॉजिटिव मरीजों में 2,913 सिटी और 880 ग्रामीण के हैं. मरीजों की संख्या बढ़ने की वजह से अब रिकवरी रेट हर दिन घसरता जा रहा है. फिलहाल 84.58 फीसदी रिकवरी रेट गया है. इस बीच 1,277 मरीजों को ठीक होने के बाद छुट्टी दी गई. जबकि 23,614 एक्टिव केस है. डॉक्टरों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक मरीजों का फ्लो और तेजी से बढ़ेगा. यही वजह है कि लक्षण दिखाई देने पर तुरंत जांच कराने की सलाह दी गई है.