कोटा में आईआईटी-जेईई और नीट की तैयारी कर रहे छात्रों के खुदकुशी करने की घटनाएं कम नहीं हो रही. अब नीट की तैयारी कर रही एक छात्रा ने मौत को गले लगा लिया. राजस्थान का कोटा कोचिंग का हब माना जाता है और यहां हर साल हजारों छात्र-छात्राएं इंजीनियरिंग और मेडिकल की परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग में दाखिला लेते हैं. लेकिन कुछ स्टूडेंट्स तनाव में आकर यहां आत्महत्या कर लेते हैं. इस साल सिर्फ आठ महीनों में ही यहां 25 स्टूडेंट्स ने जान दे दी. राज्य सरकार, प्रशासन और कोचिंग संस्थानों के तमाम कोशिशों के बाद भी कोटा में खुदकुशी करने के मामले कम नहीं हो रहे.जिस छात्रा ने बुधवार को खुदकुशी की वह झारखंड की रहने वाली थी और कोटा में रहकर मेडिकल की तैयारी कर रही थी. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, नीट की तैयारी कर रही इस 16 वर्षीय छात्रा ने गले में फंदा लगाकर जान दे दी. छात्रा का नाम ऋचा सिंह बताया गया है. उसके पिता रविंद्र कुमार सिंह झारखंड की राजधानी रांची में रहते हैं. वह कोटा के ब्लेज हॉस्टल इलेक्ट्रॉनिक कंपलेक्स रोड नंबर एक विज्ञान नगर में रह रही थीं. पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.गौरतलब है कि बीती 27 अगस्त को ही कोटा में दो छात्रों के खुदकुशी कर ली थी. इसके बाद पूरे शहर में सनसनी फैल गई थी. दोनों छात्रों की आत्महत्या की घटना ने एक बार फिर पूरे सिस्टम को सोचने पर मजबूर कर दिया है. इस साल जनवरी से लेकर अब तक कोटा में कुल 25 छात्र आत्महत्या कर चुके हैं. शहर में छात्रों द्वारा खुदकुशी के बढ़ते मामलों को देखते हुए कोटा प्रशासन ने हाल ही में हॉस्टल और पीजी में स्प्रिंग वाले सीलिंग फैन लगाने का आदेश जारी किए थे. इसके अलावा भी प्रशासन आत्महत्या के मामलों को कम करने की कोशिश कर रहा है लेकिन कामयाबी नहीं मिल रही है.
Sunday, November 24, 2024
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