नागपूर वन विभाग के कोंढाली वन परिक्षेत्र के तहत आने वाले घुबडी उपवन के संरक्षित वन कक्ष32तथा आरक्षित वन कक्ष-107, खापा तथा किनकीधोडा में विगत तिन दिनों के भितर एक दुधारू तथा गाभीन गाय, दो बछडों कोअपना शिकार बनया. इन घटनाओं के चलते इस क्षेत्र के किसानों में भय का वातावरण है. वन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार बोर टायगर प्रोजेक्ट से सट खापा- धोतिवाडा तथा किनकीधोडा- के किसानों के गोशाला में बंधे तथा चाराई के बाद वापस आ रहे गोवंशो को बाघ ने अपना शिकार बनाया. बताया जाता है कि खापा के किसान तारासिंग गेरसिंग चव्हाण का चार वर्षीय बैल, सईदास ताराचंद चव्हाण की 06 वर्षीय गाभन गाय, तथा किनकीधोडा के बंडू कनिराम राठोड के खेत में बंधे बछडे का भी शिकार किये जाने की घटना चार तथा पांच अक्टूबर के के शाम पांच बजे के दरमीयान होने कि शिकायत उपसरपंच रमेश चव्हाण तथा संबंधित किसानों ने कोंढाली वनपरिक्षेत्र अधिकारी निशिकांत कापगते से की। संबंधित घटना की जानकारी मिलतेही वनपरिक्षेत्र अधिकारी निशिकांत कापगते तथा घुबडी उपवन अधिकारी एस आर सोनवणे, वन रक्षक राजेश्वर लाखोडे घटना स्थल पहूंचे तथा बाघ द्वारा शिकार किये गये गोवंशो का घटना स्थल पंचनामा किया तथा कोंढाली पशुवैद्यकीय दवाखाना के डाक्टर स्वप्निल रेवतकर तथा सहयोगी सुधीर कापसीकर द्वारा बाघ द्वारा शिकार तिनों गोवंशो का शवविच्छेदन कर पी एम रिपोर्ट वन विभाग को भाजा है. उपसरपंच तथा संबंधित किसानो ने मुआवजे की मांग की है.
Sunday, November 24, 2024
Offcanvas menu