शुक्रवार को राष्ट्रिय कोयला खदान मजदुर संघ की ओर से पत्रकार परिषद का आयोजन किया गया। इस दौरान उन्होंने कहा की सरकार द्वारा किये जा रहे निजीकरण के कारन मजदूरों को अनेक समस्याओ का सामना करना पड़ रहा है। इस वक्त उन्होंने मांग की मजदुर विरोधी श्रम सहिताओं और जातिविरोधी कृषि कानूनों ओर बिजली संशोधन विधेयक को रद्द करे। साथ ही कहा की रोजगार ख़त्म होने और आजीविका के मुद्दे पर ध्यान दे , और रोजगार सृजित करने पर भी इस वक्त उन्होंने जोर दिया।
उनका कहना था की सरकार की मजदुर – विरोधी , जन -विरोधी ओर राष्ट्र विरोधी नीतिया बनाते है जिसके चलते अब मजदुर वर्ग चुप नहीं रहेगा और इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगा।