मॉस्को/कीव। (एजेंसी)। रूस-यूक्रेन जंग का आज 26वां दिन है। रूसी सेना के हमले से सूमी के एक केमिकल प्लांट में अमोनिया लीकेज हो गया है। इसके बाद प्लांट के पांच किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को यहां से सुरक्षित जगह जाने के लिए कहा गया है। इसी बीच रूस के सैनिकों ने रविवार रात को कीव के एक शॉपिंग मॉल पर एयर स्ट्राइक कर दी। इसमें 6 लोगों की मौत हो गई। वहीं, मॉल के मलबे से यूक्रेनी इमरजेंसी सर्विस ने एक आदमी को जिंदा निकाला है। इधर, मारियुपोल शहर पर फाइनल कब्जे के लिए रूस की तरफ से दी गई सरेंडर की डेडलाइन खत्म हो गई है। रॉयटर्स के मुताबिक, रूस ने रविवार रात को मारियुपोल एडमिनिस्ट्रेशन को सरेंडर के लिए मॉस्को के समय के हिसाब से सुबह 5 बजे (भारतीय समयानुसार सुबह 8 बजे) की डेडलाइन दी थी। हालांकि, यूक्रेन ने सरेंडर के इस प्रस्ताव को पहले ही ठुकरा दिया है।
सरेंडर करने का सवाल ही नहीं उठता : यूक्रेन
यूक्रेन की डिप्टी पीएम इरिना वेरेस्चुक ने कहा कि सरेंडर करने का कोई सवाल ही नहीं उठता है। किसी भी तरह सरेंडर या हथियार डालने जैसी कोई बातचीत नहीं हो सकती है। हम इस बारे में पहले ही रूस को बता चुके हैं। रूस को 8 पेज के लेटर पर टाइम खराब करने के बजाय मानवीय कॉरिडोर खोलना चाहिए। इस बीच रूस ने पश्चिमी यूक्रेन के विटाली कोवल के रिव्ने में एक मिलिट्री ट्रेनिंग ग्राउंड पर दो मिसाइलें दागी हैं। उधर, यूक्रेन ने दावा किया है कि उसकी वायु सेना ने रविवार को रूसी सेना के एक विमान, दो क्रूज मिसाइलें तबाह कर दी है। चीन मानवीय सहायता के रूप में यूक्रेन को 1.57 मिलियन डॉलर देगा। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन कीव का दौरा कर सकते हैं। उन्होंने अधिकारियों से इस मुद्दे को लेकर चर्चा की है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन शुक्रवार को पोलैंड जाएंगे। इस दौरान वे नाटो और यूरोपीय संघ के सदस्यों के साथ यूक्रेन के संकट पर चर्चा करेंगे। यूक्रेन ने दावा किया है कि मारियुपोल के नागरिकों को जबरदस्ती रूस भेजा गया है। अभी तक 33 लाख से ज्यादा लोगों ने यूक्रेन छोड़ दिया है।