कविकुलगुरु इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (केआईटीएस) के रामटेक सिल्वर जुबली हॉल में 19 सितंबर को कॉलेज का 37 वां स्थापना दिवस उत्साह के साथ मनाया गया। सेंट विंसेंट पलोटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के प्रिंसिपल डॉ. सुरेंद्र गोले बतौर मुख्य वक्ता मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता किट्स के प्राचार्य अविनाश श्रीखंडे ने की। आईक्यूएसी के समन्वयक डॉ. यशवंत जीभकाटे सहित बड़ी संख्या में शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारी मौजूद रहे। प्रमुख वक्ता डॉ. सुरेंद्र गोले ने मार्गदर्शन करते हुए कहा कि जीना एक कला है और सभी को जीने की कला सीखनी चाहिए। जीवन में अंतहीन समस्याएं हैं, कठिन परिस्थितियाँ और खुशियाँ भी हैं, लेकिन जीवन के इन पहलुओं को संतुलित किया जाना चाहिए। सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि सभी को अपनी स्वतंत्रता बनाए रखनी चाहिए, लेकिन दूसरों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए निरंतर प्रयास करने चाहिए। क्रोध पर नियंत्रण रखें, संयम रखें, शारीरिक स्वास्थ्य पर नजर रखें, जागरूक रहें। सामाजिक जिम्मेदारी के साथ सभी को सम्मान दें।यह कहते हुए उन्होंने न केवल कई उदाहरण देकर दर्शकों का दिल जीता बल्कि उन्हें खूब हंसाया और कहा कि यही जीने की वास्तविक कला है। किट्स के प्राचार्य डॉ. अविनाश श्रीखंडे ने कहा कि संस्थान ने अच्छी प्रगति की है और इसके कई छात्र देश-विदेश में उच्च पदों पर कार्यरत हैं. उन्होंने आगे कहा कि संस्थान की स्थापना दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी.नरसिम्हा राव ने की थी। दिवंगत संस्थापक अध्यक्ष वी. राजेश्वराव के माध्यम से, कई ग्रामीण छात्रों को इंजीनियरिंग की शिक्षा दी गई है और उनके जीवन स्तर को ऊंचा किया गया है।
कार्यक्रम का संचालन रश्मि श्रीगडीवार ने किया और धन्यवाद कार्यक्रम का संचालन डॉ. महेश मावले ने किया।
Sunday, November 24, 2024
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