नागपुर।(नामेस)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि कांग्रेस के बिना कोई संयुक्त विपक्ष नहीं हो सकता, लेकिन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के बाहर की पार्टियों को भी ऐसे गठबंधन का हिस्सा होना चाहिए. कांग्रेस और विपक्ष को लेकर यह सवाल और चर्चा इसलिए भी गर्म है क्योंकि ममता बनर्जी ने यूपीए के अस्तित्व को मानने से इनकार कर दिया था. मुंबई में अपने दौरे के दौरान तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कहा था कि ‘अब कोई संप्रग नहीं है’. ममता बनर्जी ने इसके अलावा कांग्रेस नेतृत्व पर भी सवाल खड़ा किया था. नवाब मलिक ने शहर के हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने यह साफ कर दिया है कि कांग्रेस के बिना विपक्षी एकता नहीं हो सकती. ड्रग्स क्रूज मामले में एनसीबी और मुंबई में इसके ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर हमलावर रहे नवाब मलिक ने अब एनसीबी की एक और कार्रवाई पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.महाराष्ट्र के मंत्री मलिक ने कहा है कि एनसीबी ने राज्य पुलिस के एंटी नारकोटिक्स सेल यानी एएनसी से अपने ‘शीर्ष पांच मामलों’ को केंद्रीय एजेंसी को स्थानांतरित करने के लिए कहा है. इसी को लेकर नवाब मलिक ने केंद्र सरकार के मंसूबों पर संदेह जताया है. उन्होंने ट्विटर पर एनसीबी के ख़त को ट्वीट किया है और लिखा है, इस पत्र को पढ़ने पर एनसीबी की मंशा संदिग्ध लगती है? जब एनडीपीएस अधिनियम में ऐसा करने का कोई प्रावधान नहीं है तो वे राज्य सरकार के अधिकारों का उल्लंघन करने की कोशिश क्यों कर रहे हैं? क्या कोई दूसरा मक़सद है? एनसीबी को भारत के नागरिकों को जवाब देना चाहिए।’
विपक्षी गठबंधन में होगा सामूहिक नेतृत्व
मंत्री ने कहा कि इसके साथ ही विपक्ष के लगभग 150 लोकसभा सदस्य हैं, जो संप्रग के सदस्य नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘हमें विपक्ष को साथ लाना है. शरद पवार इस पर काम करने के लिए तैयार हैं.” भाजपा के खिलाफ विपक्षी गठबंधन का कौन नेतृत्व करेगा इस सवाल पर नवाब मलिक ने कहा कि शरद पवार ने साफ-साफ कहा था कि सामूहिक नेतृत्व होगा. बता दें कि प्रशांत किशोर भी कांग्रेस के नेतृत्व पर सवाल उठा चुके हैं.