वाडी. शहर में दिन-ब-दिन यातायात की समस्या बढ़ती जा रही है तो उसी ओर अवैध तरीके से यातायात करने वाले वाहनों पर शिकंजा कसने की सक्त जरूरत दिखाई दे रही है.
नागपुर शहर के वाडी हिंगना रोड स्थित महिंन्द्रा कंपनी का बहोत बड़ा कारोबार है. यहा ट्रेक्टर निर्मित होते है၊ट्रेक्टरों के निर्माण के बाद यह ट्रेक्टर वाड़ी नागलवाड़ी रोड के स्टॉक यार्ड में लाए जाते हैं. जिस तरह यह ट्रेक्टर ट्रेलरों में लाद कर लाते हैं, वह यातायात को खतरा है. इस बात की प्रशासन को काफी बार अवगत कराया गया है. कही बार साल 2020 से अवगत कराया गया परंतु आरटीओ तथा यातायात विभाग के अधिकारी इस पर क्यों चुप्पी साधे हुए बैठे हैं? यह बहुत बड़ा प्रश्न निर्माण हो रहा है. वडधामना रोड का निर्माण कार्य शुरू होने से रास्ते पर काफी भीड उमड जाती हैं၊ यहा ज्यादा महाविद्यालय हैं, और कंपनी क्षेत्र भी है. शाम के दौरान छुट्टी के वक्त वहां काफी भीड़ जमाव हो जाती हैं. जिससे कई बार जाम तक लग जाता है. दो-दो घंटे तक नागरिकों को यातायात की परेशानियों का सामना करना पडता है. उसी ओर ट्रेक्टरो से लदे हुए ट्रेलर दिन और शाम 7 बजे के बाद यहां से रोज निकलते हैं၊ ट्रेलर की संख्या भी ज्यादा प्रमाण में होती हैं. एक ट्रेलर पर तकरीबन 8 से 12 ट्रेक्टर लदे हुए होते है. ट्रेलर जब रस्ते से चलते हैं तो नागरिकों को यहा चलना किसी खतरे से कम नहीं होता.
आरटीओ एवं एमआयडीसी यातायात विभाग द्वारा शहर में पाँईट पर यातायात पुलिसकर्मी खडे कर आम जनताओं से हेलमेट और अन्य का चालान बनाने में व्यस्त हैं. तो दूसरी और आरटीओ और यातायात विभाग के नाक के नीचे अवैध यातायात हो रहा इस पर प्रशासन का ध्यान नहीं यह सबसे बड़ी त्रासदी है.
हमारे संवाददाता ने रात 10 बजे ट्रेलरो का पिछा किया तो इस दौरान दिखाई दिया की महेंन्द्रा कंपनी से ट्रेलर निकलते हैं၊ एक ट्रेलर पर तकरीबन 8 से 12 ट्रेक्टर होते हैं. पीछे चालक को ट्रेलर के कारण आगे का कुछ नहीं दिखता. ट्रेलर बॉडी के बाहर तक ट्रेक्टर निकलने से पूरा रोड ट्रेलर घेर लेता हैं. जिससे दुर्घटना बढ़ती हैं. कुछ ट्रेलर पर नंबर साफ दिखाई नहीं देता. चालक को ट्रैक्टर के कारण पीछे कुछ साफ दिखाई नहीं देता.
एक तरफ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी तथा महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कार्यो की सराहनीय हो रही हैं, तो दूसरी और शहर में इस तरह का अवैध वातावरण निर्माण होना यातायात के लिए काफी गंभीर दिखाई दे रहा है. इस पर अंकुश लगाकर तुरंत अवैध यातायात को बंद करने की मांग नागरिकों द्वारा हो रही है.
यह ट्रेलर काफी तरह से अवैध नजर आते हैं
आरटीओ विभाग के मुताबिक यदि ट्रेलर की जांच की जाए तो यह अवैध ही नजर आएगी एक ट्रेलर पर 8 से 12 ट्रैक्टर लदे रहने के कारण पीछे कुछ भी नहीं दिखता. पीछे देखने के लिए आएने की व्यवस्था भी नहीं होती. नाही ट्रेलर पर नंबर प्लेट दिखाई देता है. ट्रेलर पर ट्रैक्टर लदे होते हैं तो सामने वाले व्यक्ति को आगे का नहीं दिखता और ट्रेलर के ड्राइवर को पीछे का कुछ भी नहीं नजर आता. जिससे दुर्घटनाएं होती है.
Saturday, November 23, 2024
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