एसबीआई के सामने से दो लाख लूटने वाले आरोपी गिरफ्तार अंतरराज्यीय गिरोह पर एलसी बी का शिकंजा

नागपुर ग्रामीण पुलिस की स्थानीय अपराध शाखा ने बैंकों के सामने चोरी और लूटपाट करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की है। इस गिरोह ने इसी महीने रामटेक में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की शाखा के सामने दिनदहाडे एक व्यक्ति से दो लाख रुपए लूटे थे। लुटेरे रकम से भरा बैग छीनकर भाग गए थे। यह मामला रामटेक पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था। पुलिस के अनुसार रामटेक की घटना की जांच चल रही थी। पुलिस ने लुटेरों को सीसीटीवी फुटेज में देखा था। इस बीच पुलिस की स्थानीय अपराध शाखा की टीम क्षेत्र में गश्त लगा रही थी। टीम को गुप्त सूचना मिली कि मामले के चार आरोपी कन्हान पुलिस स्टेशन सीमा के तारसा में मोटरसाइकिल से घूम रहे हैं। टीम ने तारसा में चार आरोपियों का पीछा किया। इस दौरान पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़ लिया। जबकि एक अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया। पुलिस ने तीन आरोपियों राजेश गोटेटी (35), राजू सिंगमसेट्टी (39), अनिल पेटला (22) को पकड़ा है। तीनों आंध्रप्रदेश के नेल्लूर जिले के रहने वाले हैं। अंधेरे का फायदा उठाकर विक्रम सल्ला (30) भाग गया। वह भी आंध्रप्रदेश के नेल्लूर का रहने वाला है। पकड़े गए तीनों आरोपियों से पुलिस ने कड़ी पूछताछ की। तीनों ने स्वीकार किया कि उन्होंने 17 अक्टूबर को रामटेक में एसबीआई के सामने से एक व्यक्ति से दो लाख रुपए से भरा बैग छीना था। उसके बाद मोटरसाइकिल से भाग गए थे।
आरोपियों ने यह भी कबूल किया कि उन्होंने 2021 और 2022 में रामटेक, सावनेर, कन्हान, मौदा, भंडारा, तुमसर, जलगांव, पातुर (अकोला), वरुड (अमरावती) और मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा, सौंसर, काेतवाली में भी चोरी और लूटपाट की है। पिछले कुछ महीनों में उन्होंने बुलढाणा और जलगांव से मोटरसाइकिलें भी चुराई हैं। इन आरोपियों से नागपुर ग्रामीण सीमा की 6 , महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की 15 चोरी व लूटपाट की घटनाएं उजागर हुई हैं।
आरोपियों के पास से 1,06,900 रुपए नकद, तीन मोबाइल (कुल कीमत 42,000 रुपए), दो मोटरसाइकिल (कीमत 1,10,000) जब्त किए गए हैं। इस तरह कुल 2,58,900 रुपए का माल जब्त किया गया है। आरोपियों को रामटेक पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया है। आरोपियों ने स्वीकार किया है कि वे विशेष रूप से बैंक से निकलनेे वाले ग्राहकों को निशाना बनाते थे। गिरोह के सदस्य फेसबुक मैसेंजर के जरिए परस्पर संपर्क में रहते थे। वे फोन से साधारण कॉल कर बात नहीं करते थे। इसका मकसद पुलिस से बचना था।
यह कार्रवाई नागपुर ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक विजयकुमार मगर,अपर पुलिस अधीक्षक राहुल माकणिकर के मार्गदर्शन में हुई। कार्रवाई स्थानीय अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक ओमप्रकाश काेकाटे, सहायक पुलिस निरीक्षक राजीव कर्मलवार और इनके सहयोगियों गजेंद्र चौधरी, दिनेश आधापुरे, राजेंद्र रेवतकर, रोहन डाखोरे, विपिन गायधने, अमोल वाघ, शैलेश यादव, सतीश राठौड़, अमोल कुथे ने पूरी की।

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