गोंदिया।
त्योहार के सीजन में एसटी कर्मचारीयो द्वारा शुरू की गई अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के लाइफ लाइन बंद होने से आवागमन करने वाले यात्रियों को दिक्कतें उठानी पड़ रही है। अभी दिवाली का त्यौहार होने के चलते लोगों का अपने गांव में आना-जाना निरंतर है।
निजी वाहनों का सहारा-
बस नहीं मिलने के चलते निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है। लोगों की मजबूरी ध्यान में रखकर निजी वाहन चालक भी जमकर लूट मचाई पड़े हैं। ट्रेनें भी फुल हाउस चल रही है। इसके चलते नागरिकों को परेशानी हो रही है। 5 नवंबर की शाम को डिपो के कर्मचारी ने काली दिवाली अपने परिवार के साथ मनाई।
गोंदिया डिपो के 40 कर्मचारी हड़ताल पर-
जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम के कर्मियों की चल रही हड़ताल के कारण ऐन दिवाली के समय घर आने और वापस जाने काम पर जाने वाले यात्रियों को बड़ी परेशानी झेलनी पड़ रही है। गोदियि डिपो के कुल 270 कर्मचारियों में से 40कार्यालययीन कर्मचारियों को छोड़कर बस चालक- वाहन को यांत्रिक कर्मचारी हड़ताल में शामिल है। डिपो से प्रतिदिन छूटने वाली 75 एसटी बसों की 235 बस फेरीया पूरी तरह थम गई है। इससे यात्री परेशान हो रहा
हैं। इसी अवसर का फायदा उठाकर ऑटो चालक यात्रियों से अधिक किराया वसूल कर लूट मचा रखे हैं। बेबस यात्री इन सेवाओ का सहारा लेने के लिए मजबूरी है।
प्रतिदिन 10 लाख का हो रहा हैं नुकसान-
गोंदिया एसटी डिपो से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों व दूसरे जिले के शहर में प्रतिदिन 335 बस फेरिया चलती है। देवरी, सड़क-अर्जुनी जैसे तहसील मुख्यालय से गोंदिया आने के लिए अथवा गोदिया से वहां जाने के लिए एसटी बस यही एक मात्र साधन है। इसके अलावा वर्तमान में पर्याप्त संख्या में लोकल व पैसेंजर ट्रेन भी नहीं चल रही है। जिससे यात्रियों की परेशानी और अधिक बढ़ गई है। दीपावली का त्यौहार होने के कारण जिले का हजारों मजदूर व कामगार जो दुसरे शहरो अथवा राज्य में काम की तलाश में गए हुए थे। वापस लौटे हैं और अब दिवाली के बाद उनके वापस काम पर जाने का समय आ गया है। लेकिन एसटी बसों के नहीं चलने के कारण उन्हें भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। गोंदिया सिटी डिपो के एक प्रवक्ता के अनुसार गोदिया डिपो की बस में प्रतिदिन 12 से 15 हजार यात्री सफर करते हैं। लेकिन हड़ताल के कारण उन्हें परेशानी हो रही है। उसी प्रकार डिपो को भी प्रतिदिन लगभग 10 लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
यात्री कर रहे घंटे तक प्रतीक्षा-
यहां से नागपुर, आमगांव, देवरी, सालेकासा, साकोली, चीचगढ़ की ओर जाने वाली यात्री शहर के मुख्य बस स्थानक हो जय स्तंभ चौक स्थित बस स्टैंड से बस में बैठते हैं वहीं यात्रियों को बस अथवा अन्य साधनों की प्रतिज्ञा करते देखा जा सकता है। बसे ना मिलने पर उन्हें ऑटो अथवा टैक्सियों का सहारा लेना पड़ रहा है। सभी कर्मचारियों के हड़ताल में शामिल होने के कारण यहां से कोई भी बस नहीं छूट रही है। वहीं दूसरी ओर नागपुर डिपो की कुछ बसें यात्रियों को लेकर गोंदिया तक पहुंच रही है। लेकिन आंदोलनकारी कर्माचार्य के गुस्से से बचने के लिए यह बसें गोंदिया बस डिपो तक ना आकर जयस्तंभ चौक से ही यात्रियों को उतार कर वापस लौट रही है। रही है। दूसरे डिपो की बसें गोदिया गोदिया तक आने के कारण नागपुरक की जाने वाली यात्री को थोड़ी बहुत राहत अवश्य मिल रही है।