जाने-माने समाजसेवी अन्ना हजारे ने एनसीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड को मानहानि का कानूनी नोटिस भेजा है। पिछले दिनों विधायक जितेंद्र आव्हाड ने अन्ना हजारे के फोटो के साथ मराठी में एक पोस्ट लिखी थी, जिसमें लिखा था कि इस इंसान ने देश का बंटाढार किया है। टोपी पहनने से कोई गांधी नहीं बन जाता। इस पोस्ट के बाद अन्ना हजारे ने अपने वकील के मार्फत आव्हाड को नोटिस भेजा। नोटिस में आव्हाड से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा गया है।
अन्ना के वकील मिलिंद पवार के मुताबिक, वर्तमान में घटने वाली राजनीतिक गतिविधियों के कारण वातावरण बिगड़ा है। अन्ना हजारे का इससे कुछ लेना-देना नहीं है, फिर भी उनके बारे में मानहानिकारक बात जितेंद्र आव्हाड ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर लिखी। उन्होंने कहा कि हमने नोटिस की एक कॉपी एनसीपी अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता शरद पवार को भी सूचनार्थ भेजी है।
एनसीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड ने 5 अक्टूबर को रात 9 बजे यह पोस्ट ‘एक्स’ यानी पहले के ट्विटर पर लिखी थी। उसी दिन रात 10 बजकर 42 मिनट पर उन्होंने दूसरी पोस्ट भी लिखी।
जितेंद्र आव्हाड ने क्या लिखा
जितेंद्र आव्हाड ने लिखा, ‘मेरे ट्वीट से यह जग गए हैं। पत्रकारों से पता चला है कि वह मुझे कोर्ट में खींचने वाले हैं। चलो नींद से तो जाग गए हैं, देखते हैं कल से जागे रहते हैं क्या।’ अपने इस ट्वीट के जरिए जितेंद्र आव्हाड ने यह संकेत दे दिया था कि उन्हें अन्ना की ओर से कानूनी कार्रवाई की सूचना पहले से थी।
दी थी धमकी
अन्ना हजारे ने जितेंद्र आव्हाड की पोस्ट पर कहा था कि जिसने भी ऐसा कहा है, गलती की है। अन्ना हजारे ने कहा था कि अगर मेरी वजह से देश को नुकसान हुआ है तो तमाम लोगों को फायदा भी हुआ है। अन्ना हजारे ने धमकी दी थी कि वह जितेंद्र आव्हाड के खिलाफ केस दर्ज कराएंगे। अन्ना हजारे ने कहा कि उनकी वजह से ही कई कानून बने हैं। जिनसे लोगों को फायदा हुआ है।
Sunday, November 24, 2024
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