एचआयव्ही एड्स व लैंगिक बीमारी पर लोककला द्वारा जनजागृती

जिल्हा एड्स नियंत्रण व प्रतिबंध पथक, जिल्हा शल्य चिकित्सक कार्यालय वर्धा के अंतर्गत दिनांक 9 मार्च से 13 मार्च तक वर्धा जिल्ह्य के 15 जगह एचआयव्ही एड्स व लैंगिक बीमारी के बारे में लोककला के माध्यम से जनजागृती की गई।
हिंगणघाट यहा डाॅ. बाबासाहेब आंबेडकर चौक में 13 मार्च को दोपहर 11.30 वा.पथनाट्य जनजागृती का कार्यक्रम लिया गया। स्थलांतरित कामगार व स्थानिक युवक तथा नागरीकको लैंगिक बीमारी पर विस्तृत मार्गदर्शन नवचैतन्य बहु विकास युवा मंडळ शिरोली ता.घाटंजी जि.यवतमाळ कलापथक के माध्यम से किया।
एचआयव्ही एड्स ये क्या है ये लोकगीत के माध्यम से समझाया गया। एचआयव्ही का संसर्ग चार वजह से होता है। एचआयव्ही संसर्गित व्यक्ती से असुरक्षित लैंगिक संबंध प्रस्थापित करने से, एचआयव्ही संसर्गित व्यक्ती को दी गई सुई व सिरिंज का इस्तेमाल करने से, एचआयव्ही संसर्गित गर्भवती माता को होने वाले अपत्य और रक्त पेढ़ी से एचआयव्ही मुक्त रक्त ना लेनेपर एचआयव्ही का संसर्ग होता है।, इसलिए नागरिककोने सरकारी दवाखाना (ICTC) समुपदेशन व जांच केंद्र में एचआयव्ही की जांच करना जरूरी है, ऐसा आव्हान संस्था सांस्कृतिक प्रमुख प्रफुल्ल रा राऊत ने किया।, छात्राओं को लैंगिक बीमारी पर कुछ शंका हो तो शासकीय टोल फ्री क्रमांक 1097 या नंबर पर काॅल करके जानकारी ले सकते है, ये भी पथनाट्य द्वारे बताया गया।
इस जनजागृती पथनाट्य व्दारा समाज के निचले स्तर के युवक व नागरीक में जनजागृती होने के उद्देश से ये मुहिम अविरत ग्रामीण परिसर में चलाई जा रही है।
इस प्रसंग पर आयसीटिसी समुपदेशक अजय लिडबे , इन्होंने उपस्थित लोगो को आय सी टी सी यहा जांच करने का आवाहन किया। कार्यक्रम में लता डांगे प्रयोगशाला तंत्रज्ञ, सुलभा पिसे लिंकवर्कर, सिमा इंगोले ओ.आर डब्ल्यू ने सहयोग किया। साथही कार्यक्रम के सफलतर्थ नवचैतन्य आर्ट ग्रुप घाटंजी के कलावंत प्रफुल्ल रा राऊत, प्रकाश वंजारी, नंदुभाऊ खारकर, मारोती पेंदोर, कु साक्षी बारी , विनोद पाटील ने परिश्रम लिया।

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