नागपुर।(नामेस)। शहर में दो अलग-अलग वारदातों में मामूली विवाद में दो युवकों की हत्या कर दी गई. ये वारदातें सोमवार की रात महज दो घंटे के भीतर सदर और हिंगणा थाना परिसर में हुई. पुलिस ने हत्या में लिप्त 7 आरोपियों को हिरासत में लिया है. पहली घटना सदर पुलिस थाना अंतर्गत घटित हुई. मृतक मोहन नगर निवासी अनिकेत सुनील तांबे (25) है. जब कि आरोपी जय अशोक सोमकुवर (28), उसका चाचा भूषण सुखदेव सोमकुवर (26) गड्डीगोदाम है. अनिकेत सोसायटी में काम करता था. वह रात 11 बजे अपने मित्र आयुष तांबे और दीपेश बुर्रेवार के साथ कोल्ड ड्रिंक पीने के लिए गड्डीगोदाम में आया था. वहां उसका भूषण सोमकुवर और ऋषभ लोखंडे से सामना हुआ. ऋषभ अनिकेत का पुराना मित्र है. दोनों एक-दुसरे को मजाक में भला-बुरा बोलने लगे. इसी दौरान भूषण का घूरकर देखने को लेकर अनिकेत से विवाद हो गया. दोनों मारपीट करने लगे. वहां मौजूद लोगों ने दोनों को समझाकर शांत कर दिया. जिसके बाद अनिकेत मित्रों के साथ लौट गया. रात 12.15 बजे अनिकेत पून: घटनास्थल पर आया. उस वक्त भूषण अपने भतीजे जय के साथ वहां बैठकर शराब पी रहा था . अनिकेत और भूषण के बीच पून: विवाद हो गया. इसी दौरान जय ने चाकू निकालकर अनिकेत के गले पर वार कर दिया. अनिकेत को जख्मी अवस्था में अस्पताल पहुंचाने पर मृत घोषित कर दिया गया. खोजबीन कर पुलिस ने आरोपी चाचा-भतीजे को गिरफ्तार कर लिया. जय के खिलाफ पहले भी मामले दर्ज है. दूसरी वारदात हिंगना के गुमगांव में हुई. गुमगांव निवासी मंगेश टांगने ने अपने ही मित्र कृष्णा मेंडुले के खेत में पार्टी आयोजित की थी. इस पार्टी में मृतक 24 वर्षीय धीरज ज्ञानेश्वर माकोड़े सहित पांच-छह मित्रों को आमंत्रित किया गया था. सोमवार की रात 8 बजे से सभी खेत में शराब पी रहे थे. धीरज पार्टी में विलंब से आनेवाला था. इसलिए उसके हिस्से की शराब बचाकर रखी गई थी. कुछ देर बाद जब धीरज पार्टी में पहुंचा तो उसे अन्य मित्रों से शराब दी. मंगेश टोंगने ने खूद भी शराब पीने की इच्छा जाहिर की. अपने हिस्से की शराब होने से धीरज उसे देने के लिए तैयार नहीं था. जिसे लेकर दोनों के बीच झगड़ा होने लगा. दोनों एक-दूसरे को गालियां देने लगे. इसी बीच धीरज भोजन करने के लिए जमीन पर बैठने लगा. तभी मंगेश टोंगने, उसके साथी कृष्णा मेंडुले (26), धीरज मिश्रा (24), स्वप्नील डेकाटे (25) श्रीराम ढोले (36) जितेंद्र ढोले (35) साथियों ने धारदार हथियार से पेट पर वार करके उसकी हत्या कर दी. पुलिस को गुमराह करने के लिए हत्या के बाद धीरज का शव उसकी ही कार रख दिया. हालांकि पुलिस को गुमराह करने के लिए श्रीराम ढोले और कृष्णा मेंडुले धीरज के शव को डालकर मेडिकल अस्पताल ले गए परंतु डॉक्टर ने उसे मृत घोषित किया.
हत्यारों ने किया पुलिस को गुमराह
धीरज की हत्या की जानकारी मिलते ही हिंगना पुलिस की टीम मेडिकल अस्पताल पहुंची जहां पर इन दोनों ने पुलिस को झूठी कहानी बताई. परंतु उतने ही समय में पुलिस को युवकों द्वारा पार्टी किए जाने की बात का पता चला. जिसके बाद कड़ाई से पूछताछ करने पर इन दोनों ने पूरी घटना का खुलासा किया. इसके बाद पांचों आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया.