एक लक्ष्य निर्धारित करें और काम करें- जिलाधिकारी

महिला आर्थिक विकास निगम के माध्यम से नव तेजस्विनी महाराष्ट्र ग्रामीण महिला उद्यम विकास परियोजना के तहत जिले में कुल 44 दूध संग्रह केंद्र शुरू किए गए। जिला कलेक्टर योगेश कुंभारे ने कहा कि जिले में दूध की मात्रा बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित कर कार्य किया जाए। महिला आर्थिक विकास निगम भंडारा की ओर से आज 14 दिसम्बर, 2022 को परिषद कक्ष कलेक्टर कार्यालय में विभागों की समन्वय बैठक आयोजित की गई। इस समय अप्पर जिल्हाधिकारी सुनिल विचनकर, जिल्हा पशुसंवर्धन उपायुक्त डॉ. वाय. एस. वंजारी, कृषी विभागाचे उपविभागीय अधिकारी पी. पी. गिदमारे, आत्माचे पि.ए. देशमुख, पशुसंवर्धन विभाग जिल्हा परिषद भंडाराचे डॉ. सुशील भगत, उपविभागीय कृषी अधिकारी अविनाश कोटांगले, जिल्हा दुग्ध व्यवसाय अधिकारी डॉ. मीना चिमोटे, दिनशा डेअरीचे उपाध्यक्ष डॉ. ए. के. उपाध्याय, डॉ. संजय पाटीदार, संजय महाले उपस्थित थे। बैठक में महिला आर्थिक विकास निगम के अंतर्गत महिला बचत समूहों को सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ पहुंचाकर महिलाओं और उनके परिवारों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और बचत समूह में महिलाओं के माध्यम से जिले में दूध की मात्रा बढ़ाने पर चर्चा की गई। इस अवसर पर माविम के जिला समन्वय अधिकारी प्रदीप कथोले ने माविम के कार्यों पर एक प्रस्तुति दी। महिला आर्थिक विकास निगम भंडारा के तहत जिले में दुग्ध संग्रहण केंद्र स्थापित किया गया है और दूध की मात्रा बढ़ाने के लिए पशुपालन विभाग को भी पशुओं के स्वास्थ्य के संबंध में बचत समूहों में महिलाओं के माध्यम से दुधारू पशुओं के अनुपात को बढ़ाने के लिए निर्देशित किया गया है।
इस बात पर भी चर्चा की गई कि बचत समूह की महिलाएं अपने आर्थिक विकास के लिए सरकार के विभिन्न विभागों के साथ काम करने वाली योजनाओं से कैसे लाभान्वित हो सकती हैं।

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