राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय की ग्रीष्मकालीन परीक्षा 8 जून से शुरू हो रही है। 8 जून को अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष की परीक्षा के साथ परीक्षा सत्र का बिगुल बजेगा, लेकिन इस सबके बीच एक नए अपडेट ने विद्यार्थियों और पालकों को चिंता में डाल दिया है। दरअसल बॉम्बे हाईकोर्ट ने कुछ विद्यार्थियों की याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग को सभी गैर-कृषि विश्वविद्यालयों के लिए एक जैसी परीक्षा प्रणाली लागू करने पर विचार करने को कहा है।
दरअसल नागपुर विश्वविद्यालय ने एमसीक्यू पैटर्न आधारित ऑफलाइन परीक्षा लेने का फैसला लिया है। गड़चिरौली और जलगांव विश्वविद्यालयों ने भी परीक्षा का यही पैटर्न अपनाया है। लेकिन पुणे और अमरावती जैसे विश्वविद्यालयों ने अपनी परीक्षा विश्लेषणात्मक प्रश्नों के आधार पर लेने का फैसला लिया है। याचिकाकर्ता विद्यार्थियों की प्रार्थना है कि राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में एक जैसी परीक्षा प्रणाली अपनाने के आदेश दिए जाएं। अब नागपुर में 8 जून की परीक्षा के मद्देनजर विद्यार्थियों ने एमसीक्यू पैटर्न को ध्यान में रख कर पढ़ाई शुरू की है। ऐसे में इन विद्यार्थियों को अब यह डर है कि अगर राज्य सरकार नागपुर विश्वविद्यालय को विश्लेषणात्मक प्रश्नों के आधार पर परीक्षा लेने के आदेश देगा, तो उनकी सारी तैयारी धरी रह जाएगी। पहले ही नागपुर विश्वविद्यालय की परीक्षा का पैटर्न कई बार बदल चुका है। पहले ऑफलाइन, फिर ऑनलाइन परीक्षा की घोषणा के बाद फैसला बदल कर ऑफलाइन एमसीक्यू पैटर्न की परीक्षा लेने का तय हुआ है।नागपुर विश्वविद्यालय ने
बीती 20 मई को एकेडमिक काउंसिल की बैठक के बाद 8 जून से परीक्षा की घोषणा की थी। इसे 11 दिन बीतने के बाद भी अब तक विश्वविद्यालय ने परीक्षा का टाइमटेबल जारी नहीं किया है। राज्य शिक्षा मंत्री उदय सामंत के निर्देशानुसार विश्वविद्यालय पेपर के बीच दो दिन की गैप देगा। अब चूंकि परीक्षा 8 जून से है, तो विद्यार्थियों को टाइमटेबल की जरूरत है, ताकि उसके मुताबिक वे अपनी पढ़ाई कर सकें।आज की तारीख में हमारे पास परीक्षा में बदलाव को लेकर राज्य सरकार से कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। इसलिए हमारी परीक्षा की जो योजना बनी है, उसके अनुसार ही परीक्षा होगी। विद्यार्थी परेशान न हो, अपनी तैयारी जारी रखें।
Sunday, November 24, 2024
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