आष्टी (शहीद)।
प्रधानमंत्री आवास योजना के पात्र हितग्राहियों की सूची में भ्रम के कारण एकल वास्तविक लाभार्थी लाभ से वंचित था। हालांकि प्रशासन ने तत्काल संज्ञान लेते हुए अगले दिन आमरण अनशन समाप्त कर दिया। प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में प्रशासन की अक्षम्य भूल के कारण 4 तारीख से कई पात्र लाभार्थी अपने घरों से वंचित हैं। आष्टी तालुका सरपंच संघ की ओर से प्रपत्र ‘डी’ सूची में अव्यवस्था को दूर करें, वंचित लाभार्थियों का पुन: सर्वेक्षण कर उनके नाम ‘डी’ सूची में जोड़ें। पिछले दिनों से भूख हड़ताल चल रही है। 5 तारीख को आर्वी विधानसभा क्षेत्र के विधायक दादारावजी केचे, जिला परिषद अध्यक्ष सरिता गाखरे, पंचायत संघ की जिलाध्यक्ष प्रो. धर्मेंद्र राउत, जिला ग्रामीण विकास एजेंसी के परियोजना निदेशक सिद्धा, समूह विकास अधिकारी मनोहर बारापात्रे, आर्वी विधानसभा अध्यक्ष गजानन भोरे, अशोक विजयकर, कमलाकर, निंभोरकर आष्टी पंचायत समिति अध्यक्ष रेखा मतले, सभापति गोविंद खंडाले, जिला परिषद सदस्य छायाताई घोडिले की मौजूदगी में आमरण अनशन पर रहे अंकित कावड़े, प्रवीण ठाकरे, सुधीर धुर्वे, मिलिंद जाने, विनोद शेंडे, अनिल गंजीवाले, किशोर कुटे, प्रशांत कठाने, अमोल कडू, दिनेश कोंडुलकर और चंचल इंगले ने अपना अनशन समाप्त कर दिया। इस अवसर पर योगेंद्र मतले, अरुण घोडिले, सचिन होले, लोखंडे, सुनील साबले, प्रभाकरराव लांडे, मुकुंद ठाकरे, नानक सिंह बावरी और सभी पुरुष और महिला सरपंच उप-सरपंच ग्राम पंचायत सदस्य और आष्टी तालुका के सभी पदाधिकारी उपस्थित थे। सभी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सभी आंदोलनकारियों और आंदोलन में भाग लेने वाले नागरिकों को आश्वासन दिए जाने के बाद आंदोलन समाप्त हुआ कि यदि समय आया तो वे आम आदमी के घर के लिए लड़ेंगे।