आदिवासी विकास निगम के गोदाम से धान गायब

रामटेक।

आदिवासी विकास निगम, आदिवासी विविध कार्यकारी संस्था,भंडारबोडी र.नं 1358 के तहत धान खरीदी केंद्र बेर्डेपार (शिवपार्वती वेयर हाउस गोदाम, महादूला में संस्था द्वारा किराए पर लिया गया) करीब 1519.76 क्विंटल धान का स्टॉक हिसाब के धान के स्टॉक से कम पाया गया।जिससे खलबली मची है। निगम के भंडारा संभाग कार्यालय द्वारा मामले की जांच की जा रही है। रामटेक तालुका में आदिवासी विकास निगम के तहत विभिन्न आदिवासी कार्यकारी संस्थाओं के माध्यम से किसानों से मूल धान की खरीद की जाती है। रामटेक के सहायक रजिस्ट्रार रवींद्र वसु ने 10 अक्टूबर 2021 को क्षेत्रीय कार्यालय आदिवासी विकास निगम भंडारा को सूचित किया कि महादूला स्थीत गोदाम में धान की कमी है। उनके पत्र के संबंध में क्षेत्रीय कार्यालय भंडारा ने 11 अक्टूबर 2021 को महादुला स्थित पंचो के समक्ष गोदाम का निरीक्षण करने के लिए दो अधिकारियों को भेजा। उन्होने संस्था ने धान खरीद के रिकॉर्ड भी चेक किए। स्थल पंचनामा के अनुसार केंद्र ने कुल 9440.80 क्विंटल (23602 बोरी) धान की खरीद की थी, जिसमें से 7315.45 क्विंटल (18888 बोरी) धान उठा लिया गया है। स्थल पंचनामा के दिन 11 अक्तूबर को गोदाम में 2125.35 क्विंटल (4714 बोरी) स्टॉक बुक के रूप में मिली। शेष 1519.76 क्विंटल धान की इस समय कमी पाई गई। मामले की जांच करने हेतू देवरी के उप प्रादेशिक अधिकारी आशीष मुलेवार को पदस्थापित किया गया है। जांच अधिकारी मुलेवार ने 12 अक्तूबर को महादुला स्थित गोदाम का दौरा किया और निरीक्षण किया। पी.एस चव्हाण, सोसायटी के प्रशासक, सचिव पी.पी.पोटभरे, सहा. सचिव गिरीश रहाटे और अन्य संबंधित व्यक्तियों से मुलाकात कर जांच की गयी। उनसे दो दिनों के भीतर भंडारा क्षेत्रीय कार्यालय को एक जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने की उम्मीद है। (मुलेवर से उनके मोबाइल फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।) महामंडल के रामटेक उप प्रादेशिक कार्यालय के प्रभारी अधिकारी सुनील भगत को पुछनेपर उन्होंने कसा की, क्या धान का स्टॉक चोरी हो गया या उसमें गबन किया गया ? उन्होंने यह भी कहा कि जांच में सच सामने आ जाएगा। जरूरत पड़ने पर इस मामले में आपराधिक कार्रवाई की जाएगी। जिसका निर्णय वरिष्ठ कार्यालय द्वारा लिया जाएगा।

2019-20 में भी युवा था घोटाला-

इससे पूर्व खरीफ सीजन 2019-20 के लिए निगम के ईसी धान खरीद केंद्र पर 2233.21 क्विंटल (4870 बोरी) धान कम मिला था। ज्ञानेश्वर चंद्रकांत चौधर ने निगम की ओर से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उनकी शिकायत के मुताबिक आरोपी ने अनाज के गबन की साजिश रची थी। रामटेक पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 34 और 409 के तहत 119/2021 मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने इस मामले में कई आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था। पुलिस अभी भी मामले की जांच कर रही है। यह विशेष रूप से उल्लेखनीय है।

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