राज्य सरकार द्वारा अपनी विविध मांगो को पूरी करने इस तहसील की आंगनवाड़ी सेविकाओं ने मंगलवार (21) से पंस स्थित एकात्मिक बालविकास प्रोजेक्ट अधिकारी कार्यालय के समक्ष आंदोलन आरम्भ कर दिया है. इसमें तहसील की करीब 150 सेविकाए, सहायिकाए तथा मदतनीसो का समावेश है.
वर्तमान में सेविकाओं को 8300, सहायिकाओं को 5800 तथा मदतनीसो को 4200 रूपये प्रतिमाह एकत्रित वेतन दिया जा रहा है. जो इस महंगाई में अत्यल्प है. पुरे साल अतिरिक्त काम करने के बावजूद भी उन्हें राज्य कर्मियों का दर्जा नहीं दिया गया. इससे पूर्व कई मर्तबा आंदोलन करने पर केवल आश्वासन ही दिया जाता रहा है. कभी उन आश्वासनों की पूर्ति नहीं की गई. फलस्वरूप उनकी मानदेय में बढ़ोतरी, मोबाईल हैंडसेट, पेंशन, आंगनवाडी किराए आदी प्रमुख मांग पूरी होने तक आंगनवाडिया बंद रखी गई है. संगठन कृति समिति ने राज्य के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर राज्य स्तरीय आंदोलन में शामिल हो गए है. इस आंदोलन मे कृति समिति के एमए पाटिल, शुभा शमीम, दिलीप उटाने, कमल परुलेकर, भगवान देशमुख, जीवन सुरुडे, जयश्री पाटिल के आवाहन पर रेखा बाकडे, अनीता जनबंधु, संगीता गोवर्धन, नंदरधने, अम्बादे, ढोक, निकालजे, गायकवाड़, रेखा भोयर, उरकुड़े, ढाकुनकर, शैला काकड़े, समेत तहसील की सभी आंगनवाड़ी सेविकाए, सहायिकाए, मदतनीसो का समावेश है.
Saturday, November 23, 2024
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