वर्धा।
सावंगी मेघे स्थित आचार्य विनोबा भावे ग्रामीण अस्पताल के टेस्ट टड्ढूब सेंटर में आईवीएफ के जरिए एक सप्ताह में सात टेस्ट टड्ढूब बेबी का जन्म हुआ है- सभी सात नवजात स्वस्था हैं, केंद्र के प्रमुख और वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ- दीप्ति श्रीवास्तव ने कहा, सावंगी मेघे अस्पताल का केंद्र प्रसव से वंचित महिलाओं को आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) कृत्रिम गर्भाधान प्रदान करता है। इस केंद्र में। 12 से 18 सितंबर तक 7 दिनों की अवधि के दौरान, आईवीएफ उपचार के लिए आई विभिन्न जिलों की सात माताओं ने टेस्ट ट्यूब बेबी को जन्म दिया। इन सात टेस्ट ट्यूब बेबी में चार लड़कियां और तीन लड़के शामिल हैं। इस पहल में स्त्री रोग विशेषज्ञ और प्रसूति रोग विशेषज्ञ के साथ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ- रेवत मेश्राम, एनेस्थिसियोलॉजिस्ट डॉ- विवेक चाकोले, भ्रृणविज्ञान विशेषज्ञ आकाश मोरे, प्रीति करडभाजने, नईम शेऽ। आईवीएफ केंद्र 2016 में सावंगी अस्पताल में शुरू किया गया था और अस्पताल टेस्ट ट्यूब शिशुओं की जन्म शताब्दी की ओर बढ़ रहा है, ऐसा दीप्ति श्रीवास्तव ने कहा।